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Pakistan: Imran Khan से पहले भी कई Ex PM हो चुके हैं गिरफ्तार, नाम नहीं जानना चाहेंगे आप 

इमरान खान (Imran Khan) को तोशाखाना केस (Toshakhana Case) में 3 साल की सजा सुनाई गई है. साथ ही कोर्ट ने उन पर 5 साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है.

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Dheeraj Sharma
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pak-ex-pm-arrested ( Photo Credit : google)

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Pakistan Former PM Arrested: पाकिस्तान में बड़ी सियासी हलचल देखने के मिल रही है. एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. इमरान खान (Imran Khan) को तोशाखाना केस (Toshakhana Case) में 3 साल की सजा सुनाई गई है. साथ ही कोर्ट ने उन पर 5 साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है. इमरान को उनके लाहौर स्थिति आवास से अरेस्ट कर लिया गया है. इमरान खान की गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) देश में आम चुनाव कराए जाने को लेकर इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं. तोशाखाने मामले में इमरान को 3 महीने के अंदर दूसरी बार गिरफ्तार किया गया है. 

पाकिस्तान में पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले 

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई पूर्व प्रधानमंत्रियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 1947 में पाकिस्तान बनने के कुछ समय बाद से ही ये सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक नहीं रुका है. पाकिस्तान ने लंबे समय तक आर्मी रूल भी देखा है. सैन्य शासन देखने वाले पाकिस्तान में सियासी संकट कोई नई बात भी नहीं है. भ्रष्टाचार का मामला हो या फिर कोई और वजह, पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने की शुरुआत 60 के दशक से ही हो गई थी.

हुसैन शहीद सुहरावर्दी गिरफ्तार

हुसैन शहीद सुहरावर्दी (सितंबर 1956-अक्टूबर 1957) देश के पांचवें प्रधानमंत्री थे. सुहरावर्दी ने जनरल अयूब खान की ओर से सरकार को हटाए जाने का समर्थन करने से इनकार कर दिया. जनरल ने इलेक्टिव बॉडी डिसक्वालीफिकेशन ऑर्डर के जरिए उन्हें राजनीति से प्रतिबंधित कर दिया फिर जनवरी 1960 में उन पर एब्दो का उल्लंघन करने का आरोप लगा दिया गया. जनवरी 1962 में सुहरावर्दी को गिरफ्तार कर लिया गया और इन आरोपों पर किसी तरह का कोई केस चलाए बिना देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में कराची की सेंट्रल जेल में एकांत कारावास में डाल दिया गया.

जुल्फिकार अली भुट्टो गिरफ्तार

3 सितंबर 1977 को जुल्फिकार अली भुट्टो को गिरफ्तार कर लिया गया. वो जेल की सलाखों के पीछे जाने वाले देश के दूसरे पूर्व प्रधानमंत्री बने. जुल्फिकार भुट्टो गिरफ्तार होने से पहले 2 महीने तक देश के प्रधानमंत्री थे. वो अगस्त 1973 से जुलाई 1977 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे. लेकिन सितंबर में उन्हें साल 1974 में एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में उन्हें लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया.

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बेनजीर भुट्टो गिरफ्तार

जुल्फिकार अली भुट्टो के बाद उनकी बेटी बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं. बेनजीर दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं. पहली बार वो दिसंबर 1988 में पीएम बनी थीं और अगस्त 1990 तक पद पर रहीं. इसके बाद अक्टूबर 1993 में दूसरी बार पीएम बनीं और नवंबर 1996 तक पद पर रहीं. पाकिस्तान में जियाउल हक की तानाशाही (1977 से 1988 तक) के दौरान बेनजीर विपक्षी नेता के रूप में सक्रिय रहीं. अगस्त 1985 में अपने भाई के अंतिम संस्कार के लिए पाकिस्तान पहुंचने के महज 8 दिन बाद ही बेनजीर को 30 अगस्त को 90 दिनों के लिए घर में नजरबंद कर लिया गया. इसके अगले साल अगस्त 1986 में भी स्वतंत्रता दिवस पर कराची में एक रैली के जरिए सरकार की निंदा करने के लिए भी बेनजीर को गिरफ्तार कर लिया गया.

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नवाज शरीफ गिरफ्तार

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी गिरफ्तारी का दंश झेलना पड़ा. सितंबर 2007 में जनरल परवेज मुशर्रफ की ओर से 1999 में निर्वासन दिए जाने के बाद नवाज शरीफ पाकिस्तान लौट आए. शरीफ के राजधानी इस्लामाबाद लौटने पर एयरपोर्ट को सील कर दिया गया और फिर जब वो पाकिस्तान लौटे तो महज कुछ घंटों के अंदर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद नवाज शरीफ को सऊदी अरब के जेद्दा भेज दिया गया. जुलाई 2018 में पूर्व पीएम नवाज शरीफ को उनकी बेटी मरियम नवाज के साथ भ्रष्टाचार के एक मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई. हालांकि दो महीने बाद ही उन्हें रिहा कर दिया गया. करीब 5 महीने बाद दिसंबर 2018 में सऊदी अरब में स्टील मिलों और उनके परिवार के स्वामित्व से जुड़े मामले में फिर से जेल में डाल दिया गया और इस मामले में सात साल की सजा सुनाई गई. हालांकि करीब एक साल बाद नवंबर 2019 में, इलाज के लिए उन्हें विदेश जाने की अनुमति मिल गई और वो बाहर चले गए. 

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शाहिद खाकन अब्बासी गिरफ्तार

पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शाहिद खाकन अब्बासी भी जनवरी 2017 में देश के प्रधानमंत्री बने और वो पद पर मई 2018 तक रहे. लेकिन उन्हें भी गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा. 19 जुलाई 2019 को, उन्हें साल 2013 के अरबों रुपये के अनुबंध को लेकर कथित घोटाले के लिए 12 सदस्यीय एनएबी टीम ने गिरफ्तार कर लिया. तब वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक संसाधन मंत्री थे. हालांकि उन्हें 7 महीने बाद जमानत मिल गई और 27 फरवरी, 2020 को अदियाला जेल से रिहा कर दिया गया.

HIGHLIGHTS

  • पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान गिरफ्तार.
  • तोशाखाना केस में इमरान खान को सुनाई गई सजा.
  • पाकिस्तान में नया नहीं है गिरफ्तारी का सिलसिला. 

Source : News Nation Bureau

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