/newsnation/media/post_attachments/images/2024/06/29/japanese-smiling-robot-26.jpg)
'जीवित' त्वचा से बनाया मुस्कुराता चेहरा( Photo Credit : phys.org)
Japanese smiling robot: अब वो दिन दूर नहीं जब इंसानों की तरह रोबोट भी मुस्कराएंगे. जापानी वैज्ञानिकों ने ऐसा करना कर दिखाया, जिससे पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई है. उन्होंने एक अद्भुत तरीका खोज निकाला है, जिसकी मदद से अब रोबोट भी मुस्कुराते हुए दिखेंगे. इतना ही नहीं रोबोट के चहरे पर मुस्कुराने के साथ रोने और गुस्सा होने जैसे अन्य एक्सप्रेशन भी दिखेंगे. रोबोट के क्षेत्र में जापान की ये खोज आने वाले दिनों में मिल का पत्थर साबित होगी. आइए अब जानते हैं कि जापानी वैज्ञानिकों ने ये कमाल कैसे कर दिखाया है.
जापान ने रोबोट में फूंकी जान!
जापानी वैज्ञानिकों के इस कमाल से पहले रोबोट्स को साइंस फिक्शन मूवियों में ही देखने हंसते, मुस्कराते या फिर बातचीत करते ही देखा जाता था. लेकिन अब उन्होंने इसे हकीकत बना दिया. जापानी वैज्ञानिकों ने पहली बार 'जीवित' त्वचा से मुस्कुराता चेहरा बनाया है, जिसे ह्यूमनॉइड रोबोट से जोड़ा जा सकता है. इस चेहरे की मदद से रोबोट ना केवल इंसानों की तरह मुस्कुराते हुए दिखेंगे बल्कि चेहरे पर भाव भी नजर आएंगे.
जब पहली बार इसके टेस्ट वीडियो सामने आया तो उसमें एक सॉफ्ट-गुलाबी रंग का एक फेस दिखता है. उसके चेहरे पर आंखें नुमा जैसी चीज दिखती है. अगले ही पल ये चेहरा डिंपल वाली मुस्कान के साथ दिखता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस फेस को रोबोट पर चढ़ाया जा सकता है, जिससे रोबोट इंसानों की तरह मुस्कारते हुए दिखेंगे. जापानी वैज्ञानिकों का ये कमाल ऐसा है कि मानो उन्होंने रोबोट में जान फूंक दी हो.
यहां देखें- 'जीवित' त्वचा से बनाया गया मुस्कुराता चेहरा
This fleshy, pink smiling face is made from living human skin cells, and was created as part of an experiment to let robots show emotion.
Read more 👉 https://t.co/JiV1VDEA45pic.twitter.com/KlLtYPvwS7— New Scientist (@newscientist) June 25, 2024
जापानी वैज्ञानिकों ने कैसे किया ये कमाल
टोक्यो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने जीवित ऊतकों और प्रयोगशाला में उगाई गई मानव त्वचा की कोशिकाओं को मिलाकर इसे तैयार किया है. ये असली त्वचा की तरह कोमल है और खुद को ठीक कर सकती है. वैज्ञानिकों ने कोलेजन और इलास्टिन के छोटे रेशों की मदद से त्वचा को मजबूती दी है.
इस आर्टिफिशियल स्किन को रोबोट में लगाने से पहले इसमें छोटे-छोटे छेद किए गए और उस पर कोलेजन वाला जैल लगाया गया. ये असली त्वचा की तरह इतनी लचीली है कि रोबोट के हिलने और चलने पर भी फटेगी नहीं. ये रिसर्च स्किन एजिंग, कॉस्मेटिक्स और प्लास्टिक सर्जरी में मददगार हो सकती है.
Source : News Nation Bureau