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Indian Air Force Day 2022: IAF की नई हथियार प्रणाली शाखा, जानें सब कुछ

भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद यह पहली हथियार प्रणाली शाखा है. भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के मुताबिक इससे उड़ान प्रशिक्षण के खर्च में 3,400 करोड़ रुपए बचाने में भी मदद मिलेगी.

Updated on: 08 Oct 2022, 02:42 PM

highlights

  • वायु सेना आज मना रही है 90वीं वर्षगांठ
  • सुकना झील परिसार में समारोह का आयोजन
  • नई हथियार प्रणाली शाखा के गठन की घोषणा

चंडीगढ़:

शनिवार को भारत देश भारतीय वायु सेना की 90वीं वर्षगांठ मना रहा है. एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने इस अवसर पर वायु सेना (IAF) के अधिकारियों के लिए हथियार प्रणाली की नई परिचालन शाखा के गठन को घोषणा की, जो आजाद भारत में अपने किस्म की पहली शाखा है. वायु सेना दिवस (Indian Air Force Day) पर चंडीगढ़ के सुकना लेक परिसर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सबसे आकर्षित करने वाला रहा एयर शो. इस एयर शो में 80 सैन्य विमानों और हेलीकॉप्टरों ने भागीदारी की. एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी (VR Chaudhari) ने कहा, 'इस एतिहासिक अवसर पर मेरा यह सौभाग्य है कि मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि सरकार ने भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के लिए हथियार प्रणाली की नई परिचालन शाखा के गठन की घोषणा की है.'

जानें नई हथियार प्रणाली परिचालन शाखा के बारे में

  • भारतीय वायु सेना की नई हथियार प्रणाली शाखा की सब-स्ट्रीम की चार श्रेणियां होंगी. फ्लाइंग, सरफेस, रिमोट और इंटेलीजेंस.
  • इस हथियार प्रणाली शाखा का उद्देश्य सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, दूर से चलने वाले विमानों और दो और बहु-चालक दल वाले विमानों के हथियार प्रणाली संचालकों की विशेष धाराओं का संचालन करना है.
  • एयर चीफ मार्शल ने समारोह में घोषणा करते हुए बताया कि आजाद भारत में पहली बार हथियार प्रणाली की नई  परिचालन शाखा का गठन किया गया है.
  • इस हथियार प्रणाली शाखा में अत्याधुनिक नई हथियार प्रणालियों को संभालने व उनकी देख-रेख करने के लिए विशेष कैडर अधिकारियों को शामिल किया जाएगा.
  • यह नई शाखा वायु सेना में नौजूद सभी प्रकार के आधुनिक और नए हथियार प्रणालियों को संभालने में सक्षम होगी. इसके तहत उड़ान खर्च में भी कटौती आएगी, जिसके फलस्वरूप 34,000 करोड़ रुपए की सीधी बचत होगी.
  • एयर चीफ मार्शल ने यह घोषणा भव्य फ्लाय पास्ट से पहले समारोह में परंपरागत परेड में हिस्सा लेने के बाद की. बाद में संपन्न एयर शो में स्वदेश निर्मित तमाम विमानों औऱ हेलीकॉप्टरों ने हिस्सा लिया, जिनमें हल्का लड़ाकू विमान प्रचंड भी शामिल था.
  • प्रचंड के अलावा तेजस, सुखोई, मिग-29, जगुआर, राफेल, आईएल-76, सी-130जे और हॉक ने भी एयर शो में अपने जलवा बिखेरा. हेलीकॉप्टरों के क्रम में अत्याधुनिक लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 भी फ्लाय पास्ट परेड में शामिल रहे. 

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भविष्य के लिए बदलाव इस साल की थीम
इस साल भारतीय वायु सेना की वर्षगांठ समारोह की थीम है आईएएफः ट्रांसफॉर्मिंग फॉर द फ्यूचर यानी भविष्य के लिए बदलाव. यह थीम वास्तव में भारतीय वायु सेना को एक समकालीन और भविष्य के लिए तैयार सेना में बदलने के लिए पुनर्परिभाषित, पुनर्कल्पना और पुनर्गणना करने की जरूरत पर प्रकाश डालती है. इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु यौद्धाओं को भारतीय वायुसेना में शामिल होने का आह्वान भी किया. गौरतलब है कि इस साल दिसंबर माह में शुरुआती प्रशिक्षण के लिए वायु सेना 3 हजार अग्निवीर वायु को शामिल करने जा रही है. अगले साल महिला अग्निवीरों को भी शामिल किया जाएगा. आने वाले सालों में अग्निवीरों की संख्या में और इजाफा होता जाएगा. गौरतलब है कि यह पहली बार है जब वायु सेना दिवस समारोह और फ्लैाइ पास्ट दिल्ली-एनसीआर से बाहर हो रहा है.