Israel-Iran War: ईरान और इजरायल के बीच पिछले 8 दिनों से जंग जारी है. इन हमलों में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन दोनों देश लगातार एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं. इजरायल का कहना है कि ईरान गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित कर रहा है. हालांकि तेहरान इस बात से हमेशा इनकार करता रहा है. दोनों देशों के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले सप्ताह संघर्ष शुरू होने के बाद से ईरान में कम से कम 639 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि इजराइल में 24 लोग मारे गए हैं. ईरान में मौतों का ये आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
ईरान भी कर रहा जवाबी कार्रवाई
इजरायली हमलों का ईरान भी लगातार जवाब दे रहा है और हर दिन इजरायली शहरों को निशाना बना रहा है. ईरान ने गुरुवार को ही इजरायल के एक अस्पताल को निशाना बनाकर मिसाइल दागी थी. जिसमें कई लोग घायल हुए थे. जबकि अस्पताल को भी भारी नुकसान हुआ था. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान को इस हमले की कीमत चुकानी पड़ेगी.
ईरान ने कैसे भेद दी इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली
ऐसे में ये सवाल हर किसी के मन में है कि आखिर ईरान इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली को कैसे भेद रहा है, जबकि आयरन डोम को दुनिया की सबसे बेहतरीन वायु रक्षा प्रणाली माना जाता है. दरअसल, आयरन डोम एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जो इजरायल में आबादी वाले क्षेत्रों की ओर जाने वाली मिसाइलों और ड्रोन को ट्रैक करती है और हवा में ही मार गिराती है. यह IDF द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई रक्षा प्रणालियों में से एक है, जिसमें अमेरिका निर्मित थाड सिस्टम, डेविड स्लिंग और एरो 2 और एरो 3 रक्षा प्रणाली शामिल हैं. इजरायली अधिकारी लंबे समय से मानते आए हैं कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली 100 प्रतिशत कारगर नहीं है. इजरायली अधिकारियों के इस बयान से ही पता चलता है कि आयरन डोम या अन्य वायु रक्षा प्रणालियां पूरी तरह से हमलों को नहीं रोक सकती.
इजराइल की उन्नत वायु रक्षा प्रणाली में शामिल ये एयर डिफेंस सिस्टम
बता दें कि आयरन डोम इजराइल की वायु रक्षा प्रणालियों में सबसे प्रसिद्ध है, जिसे छोटी दूरी के रॉकेटों को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें बड़ी प्रणालियां नहीं पकड़ पाती हैं. जबकि डेविड स्लिंग को लंबी दूरी के रॉकेटों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है. एरो 2 छोटी से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बनाता सकती है और एरो 3 लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बनाने का काम करती है. इजराइल की वायु रक्षा में सबसे हाल ही में जोड़ा गया यूएस-निर्मित थाड बैटरी है, जो पृथ्वी के वायुमंडल के अंदर और बाहर मिसाइलों को रोक सकती है. यह लगभग 150-200 किमी के भीतर उड़ान के अंतिम चरण में दुश्मन की मिसाइलों को निशाना बनाता है.
ईरान की मिसाइलें देती हैं इजरायल को चुनौती
विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले में ईरान ने हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल्स (HGV) का भी इस्तेमाल किया होगा, जो हाइपरसोनिक गति से अपने टारगेट को निशाना बनाती है, जिससे उन्हें रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली ईरान के हर हमले को रोकने में नाकाम रही है.