logo-image

Gurmeet Ram Rahim: असली-नकली के सवाल पर हाई कोर्ट की फटकार, पूरा मामला

हाई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम के समर्थकों की याचिका खारिज करते हुए कहा कि इसको दाखिल करने से पहले अपना दिमाग इस्तेमाल कर लेते. कोर्ट ने पूछा कि क्या ह्यूमन क्लोनिंग संभव है? फिल्मी बातें मत करो.

Updated on: 04 Jul 2022, 05:07 PM

highlights

  • पैरोल पर बाहर निकला गुरमीत राम रहीम असली है या नकली?
  • हाईकोर्ट ने फटकारते हुए डेरा समर्थकों की याचिका खारिज की
  • राम रहीम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है

नई दिल्ली:

डेरा सच्चा सौदा (Dera Sachcha Sauda ) प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ( Gurmeet Ram Rahim) के पैरोल (Parole) पर बाहर निकलना भी एक अनोखे विवाद की वजह बन गया है. रोहतक की सुनारिया जेल ( Sunaria Jail Rohtak) से पैरोल पर बाहर निकला राम रहीम असली है या नकली है की बहस छिड़ गई है. इस मामले की जांच को लेकर डेरा समर्थकों ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ( High Court) में याचिका तक डाल दी थी. हालांकि सोमवार को हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज करते हुए याचिका दायर करने वाले को कड़ी फटकार भी लगाई. 

याचिका में कहा गया था कि पैरोल पर बाहर आए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के हाव-भाव असली राम रहीम जैसे नहीं हैं. उनका दावा है कि असली डेरा मुखी को राजस्थान ले जाकर छिपाया गया है. याचिका में इस मामले में सरकार से जांच करवाने की मांग की गई थी. हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान डेरा समर्थकों की इस याचिका पर कहा कि लगता है इन्होंने कोविड के दौरान में कोई फिक्शन मूवी देखी है. तभी इस तरह की याचिका दाखिल की गई है. हाईकोर्ट ऐसे केस सुनने के लिए नहीं बनी है. 

क्या ह्यूमन क्लोनिंग संभव है?

नाराज हाई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम के समर्थकों की याचिका खारिज करते हुए कहा कि इसको दाखिल करने से पहले अपना दिमाग इस्तेमाल कर लेते. कोर्ट ने पूछा कि क्या ह्यूमन क्लोनिंग संभव है? फिल्मी बातें मत करो. अखबार और टीवी में ये सब चल रहा है. इसको ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है. हरियाणा सरकार के जेल विभाग की ओर से राम रहीम को एक महीने की पैरोल दी गई है. 17 जून की सुबह राम रहीम जेल से बाहर लाया गया था. समर्थकों ने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद वह अपने करीबियों को भी नहीं पहचान पा रहे.

बागपत के बरनावा आश्रम का वीडियो

राम रहीम पैरोल अवधि के दौरान उत्तर प्रदेश के बागपत में बरनावा गांव में बने आश्रम में रह रहा है. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिलने के बाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में राम रहीम क्रीम कलर का कुर्ता पहनकर अपने समर्थकों से मिल रहा है. वह इसके अलावा डेरा मैनेजमेंट से जुड़े लोगों केसाथ बैठक भी कर रहा है. वीडियो में उसके हाव-भाव को देखकर उसके प्रशंसकों ने उसके असली राम-रहीम होने पर शक जताया है. 

हाई कोर्ट में 54 पेज की याचिका

इसके बाद कई समर्थकों ने जांच की मांग लेकर हाई कोर्ट का रूख किया था. समर्थकों ने 54 पेज की याचिका दायर कर दावा किया कि बागपत के बरनावा आश्रम में रहने वाला शख्स नकली राम रहीम है. उन्होंने दावा किया है कि असली राम रहीम तो जेल से बाहर आने के बाद ही अगवा हो चुके हैं. इसके अलावा राम रहीम के खिलाफ बड़ी साजिश की गई है. समर्थकों ने हमशक्ल होने तक का दावा कर दिया. सरकार को इस मामले में जांच के निर्देश देने की मांग कोर्ट से की गई थी. इस याचिका को हाई कोर्ट ने कड़ी फटकार के साथ खारिज कर दिया.

क्या बोले जेल मंत्री रंजीत चौटाला

इस पूरे मामले को लेकर हरियाणा के बिजली एवं जेल मंत्री रंजीत चौटाला ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ऐसे बेकार मामलों को उलझाकर हाईकोर्ट, मीडिया, सरकार और जनता का समय बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए. हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दी है. लोगों को आगे से ऐसे याचिकाएं लगाने से परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि समय-समय पर राम रहीम के परिवारजन उनसे मिलते रहे हैं. अगर परिवार जन भी सही पहचान नहीं कर सकते कि आदमी असली है या नकली तो और कौन करेगा.

लंबाई और हाथ-पैर-आंख की तुलना

राम रहीम का वायरल वीडियो देखने के बाद डेरा के एक समर्थक ने मीडिया के सामने अलग ही दावा किया. उसने कहा कि वीडियो में दिख रहे शख्स को लेकर उसे पूरा यकीन है कि यह व्यक्ति पिता यानी राम रहीम नहीं हैं, बल्कि कोई और है. क्योंकि इसका स्वभाव, व्यवहार, इसकी चाल-ढाल सब कुछ अलग है. राम रहीम बताया जा रहे शख्स का शरीर और आवाज दोनों अलग है. वीडियो वाले शख्स को डेरा समर्थक ने डुप्लीकेट राम रहीम होने का दावा किया. उसने कहा कि वीडियो में दिख रहे शख्स की लंबाई एक इंच बड़ी है. हाथ की अंगुलियां बड़ी हैं. पैर का पंजा भी बड़ा है. आंख का शेप बदल गया है. आंख की साइज छोटी हो गई है. सोशल मीडिया पर पुरानी और नई तस्वीरों का मिलान भी किया जाने लगा. 

ये भी पढ़ें- नमन : अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती और रम्पा क्रांति के 100 साल

चार बार जेल से निकलने का मौका

गुरमीत राम रहीम सिंह फिलहाल 2002 में अपने प्रबंधक की हत्या के दोष सिद्ध होने पर आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. उसे साल 2017 में दो महिलाओं के बलात्कार के लिए भी दोषी ठहराए गया था. बलात्कार और हत्या दोनों मामलों में वह सजायाफ्ता है. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी हैं. इससे पहले राम रहीम अपनी बीमार मां से मिलने समेत कई वजहों की अर्जी लगाकर चार बार जेल से बाहर आ चुका है.