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क्रीमिया के रूसी एय़रबेस पर धमाके... हादसा या हमला समझें इस तरह

द न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट ने नाम न छापने की यूक्रेनी अधिकारियों की शर्त पर लिखा है कि क्रीमिया के रूसी एय़रबेस पर हमले के पीछे यूक्रेन की सेना का हाथ है, लेकिन इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं किया जा रहा.

Updated on: 12 Aug 2022, 04:12 PM

highlights

  • मंगलवार को क्रीमिया के रूसी एय़रबेस पर हुए धमाकों में 9 लड़ाकू विमान तबाह
  • रूस तकनीकी हादसे को कारण बता रहा, लेकिन साक्ष्य अलग कहानी कह रहे
  • सामरिक विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि धमाके लंबी दूरी छोड़े गए हथियारों की देन

मॉस्को:

बीते छह महीने से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) में  कीव (Kyiv) ने हार नहीं मानी है, तो मॉस्को (Moscow) भी इस युद्ध को इसी कारण नहीं जीत सका है. दोनों ही देश एक-दूसरे के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं. इस कड़ी में रूस द्वारा 2014 में हथियाये गए क्रीमिया (Crimea) पर मंगलवार को रूसी एय़रबेस पर हुए धमाकों (Explosions) ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है. यह बहस है रूसी एयरबेस पर धमाके हादसा था या यूक्रेन (Ukraine) का हमला! हालांकि रूस ने इन धमाकों को एक हादसा करार दिया है, जबकि सामरिक विशेषज्ञ सैटेलाइट फोटो के आधार पर दावा कर रहे हैं कि यह वास्तव में यूक्रेन की सेना का हमला था. हालांकि अभी तक इन हमलों की जिम्मेदारी यूक्रेन की सेना ने नहीं ली है. यह अलग बात है कि रूस के हादसे वाले दावे की कलई सैटेलाइट से ली गई फोटो खोल रहे हैं. फोटो को देख साफ लग रहा है कि रूसी एयरबेस से कोई चीज टकराई, जिसमें 9 लड़ाकू विमान बर्बाद हो गए. 

सामरिक विश्लेषक इसे हमला करार दे रहे
रूसी दावे के आलोक में सामरिक विश्लेषक ओलिवर ऐलेक्जेंडर कहते हैं कि ऐसे स्तर के बड़े धमाकों के लिए चार-पांच लोगों को घंटों एक ही स्पॉट पर लगातार जलती सिगरेट फेंकनी होगी या बमों को हथोड़ों की मदद से फोड़ना पड़ेगा. हालांकि ओलिवर भी मानते हैं कि रूसी एयर बेस पर धमाके स्पेशल फोर्स ने कराए या मिसाइल हमले में धमाके हुए यह अभी तक स्पष्ट नहीं है. बेलिंगकैट नाम के खोजी पत्रकारिता समूह के संस्थापक इलियट हिगिंस कहते हैं कि सैटेलाइट से ली गई फोटो में एय़र बेस पर तीन गड्ढे दिखाई पड़ रहे हैं. इसके साथ एयर बेस पर भयानक आग के साक्ष्य भी साफ नजर आ रहे हैं. ट्विटर पर उन्होंने लिखा है, 'एयर बेस पर नजर आ रहे इन गड्ढों के पीछे लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार जिम्मेदार हो सकते हैं.'

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सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण लक्ष्य
रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा किया था, जब क्रेमलिन की ओर झुकाव रखने वाले तत्कालीन राष्ट्रपति के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर धरना-प्रदर्शन हो रहे थे. ये प्रदर्शनकारी पूर्वी यूक्रेन में सेना और मॉस्को समर्थित अलगाववादियों से लगातार मोर्चा ले रहे थे. उसी को आधार बनाकर मॉस्को ने इस साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर व्यापक हमला बोला. रूस ने इसी प्रायद्वीप को यूक्रेन पर हमले के लिए अपना महत्वपूर्ण बेस बनाया. हालांकि रूस-यूक्रेन हमले में क्रीमिया को कभी भी निशाना नहीं बनाया गया. अगर ऐसा हुआ होता तो युद्ध और भड़कता. इलियट हिगिंस कहते हैं, 'मेरी अपनी याद्दाश्त में एक दिन में रूस के इतने सारे लड़ाकू विमान बर्बाद होने की कोई घटना नहीं कौंध रही है. अगर इसके पीछे यूक्रेन का हाथ है तो मॉस्को के लिए यह एक गंभीर चिंता की बात है. इसका सीधा मतलब यह निकलता है कि कीव ऐसे ही हमले अन्यत्र भी कर सकता है. खासकर कर्च स्ट्रेट ब्रिज पर.'

छुट्टी मनाने आए सैलानी भाग खड़े हुए
कर्च स्ट्रेट ब्रिज वास्तव में रूस और क्रीमिया को जोड़ता है और रूसी एय़रबेस पर मंगलवार को हुए धमाकों के बाद यह ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा था. स्थानीय बीच पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है और हजारों की संख्या में लोग यहां छुट्टियां मनाने आते हैं. मंगलवार को रूसी एयरबेस पर उठते धुएं और आग की गुबार के बीच इन पर्यटकों को भी भागते देखा गया. क्रीमिया में मॉस्को की ओर से नियुक्त गर्वनर सर्गी एक्सियोनोव ने वीडियो संदेश जारी कर छुट्टी मनाने आए पर्यटकों को ढांढस बंधाने की कोशिश भी की, लेकिन वे सफल नहीं सके. उन्होंने पुरजोर शब्दों में दोहराया कि आम लोगों समेत शहर की इमारतों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, भी पर्यटकों को रोकने में बेअसर रहे. 

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रूसी एयरबेस पर हमले के पीछे यूक्रेन
द न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट ने नाम न छापने की यूक्रेनी अधिकारियों की शर्त पर लिखा है कि क्रीमिया के रूसी एय़रबेस पर हमले के पीछे यूक्रेन की सेना का हाथ है, लेकिन इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं किया जा रहा. हालांकि यूक्रेन की सेना रूस की तकनीकी समस्याओं पर तंज जरूर कस रही है. यूक्रेनी सेना का कहना है कि अनधिकृत क्षेत्रों में सिगरेट पीने वालों के लापरवाही से घूमने से ये धमाके हुए. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायखाय्लो पोडोलेयकने एक ट्वीट में कहा, 'क्रीमिया और बेलारूस के सैन्य ठिकानों पर हो रहे तकनीकी हादसों के कहर को रूसी सेना चेतावनी बतौर ले. यूक्रेन को भूल जाओ और अपनी वर्दी उतार छुट्टी पर चले जाओ... कर्म पीछा नहीं छोड़ेंगे और तुम्हें खोज कर ही मानेंगे.' क्रीमिया में रूसी एयरबेस पर धमाकों का जेलेंस्की ने अपने रात के संबोधन में सीधे तौर पर कोई जिक्र नहीं किया. फिर भी उन्होंने कहा, 'क्रीमिया भी यूक्रेन है. यूक्रेन और मुक्त यूरोप के खिलाफ रूसी युद्ध की शुरुआत क्रीमिया से हुई थी और इसका खात्मा भी क्रीमिया से ही होगा... क्रीमिया को रूसी चंगुल से आजादी दिला कर.'