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Explainer : क्रिकेट साउथ अफ्रीका के इस कदम से आ सकता है बड़ा बदलाव!

साल 2007 जब आईपीएल की शुरुआत हुई थी तब भारत में एक नए क्रिकेट का युग शुरू हुआ था. आईपीएल से पहले T20 लीग इतनी ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुई थी लेकिन आईपीएल आने के बाद जैसे सब कुछ बदल सा ही गया.

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Shubham Upadhyay
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big change can come from this move of cricket south africa

big change can come from this move of cricket south africa( Photo Credit : Twitter)

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साल 2007 जब आईपीएल की शुरुआत हुई थी तब भारत में एक नए क्रिकेट का युग शुरू हुआ था. आईपीएल से पहले T20 लीग इतनी ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुई थी लेकिन आईपीएल आने के बाद जैसे सब कुछ बदल सा ही गया. जिस तरीके से आईपीएल ने बुलंदियां हासिल की उसको देखकर सब क्रिकेट एक्सपर्ट यही बोलने लगे कि टेस्ट और वनडे खतरे में है क्योंकि ज्यादातर बोर्ड और खिलाड़ी टी-20 खेलने के लिए ही तैयार रहते हैं. अभी हाल की बात करें तो साउथ अफ्रीकन बोर्ड (South Africa) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ अगले साल होने वाले वनडे सीरीज को रद्द कर दिया है. और वो इसलिए किया है क्योंकि साउथ अफ्रीका अगले साल अपने देश में टी20 लीग लेकर आ रहा है.

बोर्ड चाहता है कि उसके सभी खिलाड़ी इस लीग में खेलने को तैयार रहें. हालांकि साउथ अफ्रीका बोर्ड ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से बात भी की कि इस सीरीज को आगे के लिए रिशेड्यूल किया जाए. लेकिन ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने ये कहकर मना कर दिया कि उसके सभी मैच पहले से ही शेड्यूल है, ऐसे में रिशेड्यूल करना बहुत मुश्किल होगा. यहां पर एक बात ये भी है कि साउथ अफ्रीका बोर्ड ने ये सीरीज तब रिशेड्यूल के लिए कहा था जब साउथ अफ्रीका को क्रिकेट वर्ल्ड चैंपियनशिप में बने रहने के लिए 20 प्वाइंट्स की जरूरत है. ऐसे में अगर अफ्रीका की टीम ये प्वाइंट्स लेने में कामयाब नहीं होती है तो उसको आने वाले वर्ल्ड कप 2023 के लिए क्वालीफाई खेलना होगा. यानी इससे पता लग जाता है कि साउथ अफ्रीका क्रिकेट ने T20 क्रिकेट लीग के लिए वनडे सीरीज को छोड़ा दिया.

साउथ अफ्रीका के वनडे वर्ल्ड कप के सफर की बात करें तो अफ्रीका ने साल 1992 में विश्व कप की शुरूआत की. और उस साल सेमी-फ़ाइनल तक पहुंची. साल 1996 के वनडे वर्ल्ड कप में क्वार्टर फाइनल, साल 1999 के वर्ल्ड कप में सेमी-फाइनल, साल 2003 के वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज, साल 2007 में वर्ल्ड कप के सेमी-फाइनल, साल 2011 में क्वार्टर फाइनल, 2015 वर्ल्ड कप में सेमी-फाइनल और 2019 विश्वकप में ग्रुप स्टेज तक इसका सफर रहा.

अब देखना ये दिलचस्प होगा कि किस तरीके से क्रिकेट में यह बदलाव आगे एक युग की शुरुआत करता है. क्योंकि अभी तक आईपीएल को ही बोला जाता था कि टेस्ट और वनडे में लोकप्रियता की कमी की वजह टी20 की लीग हैं. और इस T20 को बढ़ावा दिया है आईपीएल ने.  इसके लिए सभी बोर्ड को कुछ ना कुछ काम जरूर करना होगा नहीं तो क्रिकेट का परंपरागत खेल यानी टेस्ट क्रिकेट ज्यादा समय तक नहीं चलेगा.

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