UP चुनाव 2022 : क्या दबाव के चलते चुनावी मैदान में उतरेंगे अखिलेश ?
मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव का भाजपा में शामिल होना समाजवादी पार्टी पर एक और दबाव बिंदु है, जिसने जाहिर तौर पर अखिलेश को अपना मन बदल लिया.
highlights
- अखिलेश यादव न तो 2012 में और न ही 2017 में लड़े थे चुनाव
- सपा नेता ने दोनों बार विधान परिषद का रास्ता अपनाया था
- सिर्फ दो महीने पहले चुनाव नहीं लड़ने का किया था ऐलान
लखनऊ:
UP Election 2022 : पिछले साल नवंबर में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा था कि वह साल 2022 में उत्तर प्रदेश (UP Election) में होने वाले चुनाव नहीं लड़ेंगे. अब एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव (up assembly election) 2022 में लड़ेंगे. आजमगढ़ के सांसद ने कभी भी राज्य का चुनाव नहीं लड़ा. उन्होंने न तो 2012 में और न ही 2017 में चुनाव लड़ा है. 2012 में जब वे देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने विधान परिषद का रास्ता अपनाया. अखिलेश का संसदीय क्षेत्र अभी तय नहीं हुआ है. कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया था कि उन्हें दो सीटों से मैदान में उतारा जा सकता है और उनमें से एक आजमगढ़ का गोपालपुर हो सकता है. अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, अखिलेश पर दबाव बनाया गया था क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे.
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अखिलेश को आखिर क्यों बदलना पड़ा मन
मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव का भाजपा में शामिल होना समाजवादी पार्टी पर एक और दबाव बिंदु है, जिसने जाहिर तौर पर अखिलेश को अपना मन बदल लिया. जब अखिलेश ने कथित तौर पर कहा कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो उनकी पार्टी ने कहा कि निर्णय सामूहिक रूप से लिया जाएगा. अखिलेश यादव ने उस समय कहा था, उत्तर प्रदेश से बीजेपी का सफाया हो जाएगा. यूपी की जनता समाजवादी पार्टी के साथ है. अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह पार्टी तय करेगी.
बीजेपी और सपा में जुबानी जंग तेज
बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच जुबानी जंग के साथ हाई वोल्टेज यूपी चुनाव के लिए प्रचार तेज हो गया है. भाजपा के उत्तर प्रदेश के चुनाव सह प्रभारी राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने हाल ही में टिप्पणी करते हुए कहा, भाजपा द्वारा गोरखपुर से सीएम आदित्यनाथ के नाम की घोषणा के बाद अखिलेश ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें गोरखपुर से मैदान में उतारकर घर भेज दिया है, लेकिन अखिलेश यादव कहां से चुनाव लड़ रहे हैं? आप इसकी घोषणा क्यों नहीं करते? समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल ने विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की घोषणा की है, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश और गोवा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन करने की घोषणा की है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह यूपी में चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन अखिलेश की पार्टी का समर्थन करेगी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करेंगी.
अखिलेश ने कहा-जनता की अनुमति लेकर चुनाव लडूंगा
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लडूंगा. अखिलेश ने अपर्णा यादव को बीजेपी ज्वाइन करने के लिए बधाई दी है. उन्होंने कहा कि उनको नेता जी ने समझाने की बहुत कोशिश की, हमने भी समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि हम टिकट काम करने वालों को और सर्वे करवाकर देते हैं, हमारे टच में अभी बहुत से BJP के लोग हैं. उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी को अपनी देशभक्ति का सबूत नहीं देना है. इससे पहले उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर
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