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विश्व की सबसे बड़ा घंटी-घंटा का कारखाना, किष्किंधा के हनुमान मंदिर और अयोध्या के श्री राम मंदिर की घंटी 

जलेसर की पीतल की घंटी पूरे विश्व में जानी जाती है।  जहां चाहे 2000 किलो की घंटी हो या फिर 50 ग्राम की हर घंटी को बजाने से ओम की प्रतिध्वनि होती है और इसी अनुगूंज की वजह से यह विश्व विख्यात है।

Updated on: 17 Feb 2022, 11:48 PM

नई दिल्ली:

जलेसर की पीतल की घंटी पूरे विश्व में जानी जाती है।  जहां चाहे 2000 किलो की घंटी हो या फिर 50 ग्राम की हर घंटी को बजाने से ओम की प्रतिध्वनि होती है और इसी अनुगूंज की वजह से यह विश्व विख्यात है। घंटी के कारखाने और कारीगरों से बातचीत के साथ रिपोर्ट छोटी घंटियों से लेकर बड़े-बड़े घंटों तक बनाने के लिए जलेसर की मिट्टी का ही प्रयोग किया जाता है। यह मिट्टी अपने आप में अद्भुत है। इसी वजह से इसे एक जिला एक उत्पाद के रूप में भी यूपी सरकार ने बढ़ावा दिया। जलेसर ही नहीं अगर मुरादाबाद में भी पीतल पर कुछ काम करना हो तो जलेसर की मिट्टी को ही आयात किया जाता है।

घंटी बनाने के लिए खेतों की मिट्टी को पहले साफ करके सिखाया जाता है। जिसके बाद गन्ने के सिरे के साथ इसे उचित अनुपात में मिलाया जाता है। मिलने के बाद मिट्टी को फिर से तैयार अवस्था में रखा जाता है। तब इसकी स्थिति ऐसी होती है कि अगर हाथ रख दिया जाए तो हथेली की लकीरें भी मिट्टी में इंगित हो जाए। मिट्टी बनाने की प्रक्रिया दिखाते हुए रिपोर्ट।

सोनी चांदी समित अष्ट धातु से बनी किष्किंदा के लिए निर्मित हनुमान मंदिर की दिव्य घंटी

राम मंदिर अयोध्या के भव्य मंदिर की घंटी से पहले हनुमान मंदिर की घंटी के दर्शन कर लीजिए। यह तकरीबन 700 किलो की घंटी है, जिसके निर्माण में अष्ट धातु का प्रयोग किया गया है। इसमें सोना और चांदी भी शामिल है। इसे दक्षिण भारत के किष्किंधा भेजा जाएगा। यह वही किष्किंदा है जहां बाली का वध हुआ और भगवान राम ने सुग्रीव का राजतिलक किया, जिसकी सुरक्षा खुद बजरंगबली हनुमान जी करते थे।

अयोध्या के राम मंदिर की दिव्य घंटी

संसार के सबसे बड़े घंटी के कारखाने में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आ चुकी है। राम मंदिर निर्माण के समय चंपत राय ने यह स्पष्ट कर दिया था कि मंदिर पूर्ण होने के बाद जलेसर की घंटी को ही अयोध्या के मंदिर में लगाया जाएगा। इस घंटी का आकार साडे 5 फुट से ज्यादा ऊंचा है, वजन 21 सो किलो, लागत 21 लाख से अधिक जिसकी आवाज 2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दे सकती है। इस घंटी की आवाज में ओम की प्रतिध्वनि है। 

जलेसर की घंटी व्यापारी बीजेपी के साथ

जलेसर ना सिर्फ घंटियों के निर्माण के लिए विश्वविख्यात है, बल्कि यहां घंटियों का बहुत बड़ा थोक व्यापार भी होता है। व्यापारी से लेकर कारीगर तक अधिकांश बीजेपी के मुरीद नजर आए। छोटे-छोटे बच्चे कह रहे हैं जय श्री राम हम उन्हीं को लाएंगे जो राम को लाए हैं।