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EXCLUSIVE : गर्मियों में किसानों के लिए खास इंतजाम टिकैतः राकेश टिकैत

किसान आंदोलन का आज 82वां दिन है किसान अपनी मांगोंं पर अड़े हैं और सरकार है कि मानती ही नहीं. सरकार किसानों को लेकर कई दौर की बातचीत कर चुकी है लेकिन बात नहीं बन पा रही है. सर्दियों की शुरुआत से ही धरने पर बैठे किसानों के सामने ही सर्दियां बीत भी गईं.

Updated on: 15 Feb 2021, 02:51 PM

highlights

  • किसान आंदोलन का 82वां दिन
  • किसान नेता राकेश टिकैत से बातचीत
  • गर्मियों के लिए खास तैयारी 

नई दिल्ली:

किसान आंदोलन का आज 82वां दिन है किसान अपनी मांगोंं पर अड़े हैं और सरकार है कि मानती ही नहीं. सरकार किसानों को लेकर कई दौर की बातचीत कर चुकी है लेकिन बात नहीं बन पा रही है. सर्दियों की शुरुआत से ही धरने पर बैठे किसानों के सामने ही सर्दियां बीत भी गईं कुछ किसान धरने से कम भी हुए लेकिन अभी भी किसान इस लड़ाई को लंबी खींचना चाह रहे हैं. इसी मुद्दे पर न्यूज स्टेट संवाददाता हिमांशु शर्मा ने किसान नेता राकेश टिकैत से खास बातचीत की. हिमांशु ने के सवालों का किसान नेता ने बेहतरीन लहजे में जवाब भी दिया आइए आपको बताते हैं कि इस बातचीत के दौरान क्या कुछ बातें सामने आईं?

गर्मियों के इंतजाम पर राकेश टिकैत बोले हर तरह का इंतजाम किया जा रहा है कूलर लगेंगे पानी की व्यवस्था होगी जनरेटर की व्यवस्था भी होगी. किसान कम हो रहा है?

धरना लंबा चलेगा उनकी ड्यूटी शिफ्ट वाइज लगती रहेगी. क्या किसानों को उम्मीद है सरकार उनकी मांगों को मान लेगी पर राकेश टिकैत ने कहा. किसान नाराज होगा उनका प्रचार करता फिरे गाना राजे का हर जगह मीटिंग हो रही है पूरा देश का किसान अपने घर अपने खेत से आंदोलन चलाएगा वह यहां पर भी रहेगा बड़ी-बड़ी मीटिंग में भी देशभर में होंगी.

 महापंचायतों में आप लगातार जा रहे हैं?

महापंचायत जो की जा रही है वहां का किसान पूर्ण रूप से सरकार के खिलाफ है पूछे गए सवाल सरकार के खिलाफ है यह सरकार के इस फैसले के खिलाफ राकेश टिकैत का कहना अभी तो सरकार तीन बिल वापस ले ले एमएसपी पर कानून बना दें तभी कोई समाधान की लाइन निकलती है पूरे देश भर में 2 मार्च तारीख तक के कार्यक्रम लगे हुए हैं एक दिन बॉर्डर पर रहना है एक दिन कार्यक्रम में हिस्सा लेना है.

रेल रोको आंदोलन पर क्या कहेंगे आप क्या आप भी इस आंदोलन का हिस्सा रहेंगे?

18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन में पूरे देश भर में यह होगा दिल्ली में रेल नहीं रोकी जाएगी दिल्ली से बाहर पूरे देश भर में किसान रेल रोकेगा प्रदर्शन करेगा दिल्ली में सिर्फ मार्च होता है और मीटिंग होती हैं.

सदन की कार्रवाई तो पूरी हो चुकी है क्या सरकार आपको बातचीत का न्योता भेजेगी या कोई बातचीत हुई आपकी सरकार से?

अब तक सरकार से किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है ना ही संयुक्त मोर्चे की कोई बातचीत हुई है शायद सरकार को कोई सलूशन नहीं सूझ रहा है आराम से एक दो महीने में सरकार से बातचीत कर लेंगे.

सरकार अपनी बात पर अड़ी है किसान अपनी बात पर अड़े है लेकिन इन सब से दिल्ली एनसीआर की आम जनता परेशान हो रही है इस पर क्या कहेंगे?

 यह आंदोलन आम जनता का आंदोलन है जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है पेट्रोल डीजल के रेट लगातार बढ़ रहे हैं यह सभी सवाल आम जनता से जुड़े हुए हैं इस लड़ाई में सभी को शामिल होना चाहिए आम जनता भी इस लड़ाई में शामिल है.

मुजफ्फरनगर में खाप पंचायत होगी या महापंचायत होगी?

वह इस संबंध में नहीं है खाप पंचायत होगी अक्टूबर-नवंबर में करेंगे उसमें सभी लोग आएंगे इससे कोई उसका संबंध नहीं है आंदोलन खत्म होने के बाद मुजफ्फरनगर में खाप पंचायत होगी सभी जो ख्वाब है हरियाणा पंजाब सभी को बुलाया जाएगा.

आपके चेहरे पर थकावट देखी जा रही है कहीं आंदोलन फीका तो नहीं पड़ रहा है?

पूरे दिन सफर करता हूं इसीलिए चेहरा थका हुआ लग रहा है किसी तरह का कोई दबाव नहीं ले रहा राकेश टिकैत का कहना एमएससी पर कानून बने तीनों कृषि बिल वापस हो.

पूछे गए सवाल आपने कहा था प्रधानमंत्री का सम्मान रखेंगे तो उस पर क्या बोलेंगे आप?

भाषा पर कंट्रोल रखना चाहिए क्या यह आंदोलन जी भी है क्या यह परजीवी है इस भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. राकेश टिकैत का कहना आंदोलनकारी कोई भी हो उसके लिए आंदोलन जी भी नहीं कहना चाहिए.