चीन ने दुनिया को किया गुमराह, ऐसे फैलाया ‘किलर वायरस’,जानें तारीख दर तारीख
अगर चीन ने इस वायरस की शुरुआत के समय ही ज्यादा पारदर्शिता बरती होती तो कोरोना के कहर को काफी हद तक कम किया जा सकता था.
नई दिल्ली:
चीन से निकला खतरनाक कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरी दुनिया को अपनी जद में ले चुका है. चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर से शुरू हुए इस किलर वायरस से अब तक लाखों लोगों को संक्रमित कर चुका है. ऐसे में ये खुलासा हुआ है कि अगर चीन ने इस वायरस की शुरुआत के समय ही ज्यादा पारदर्शिता बरती होती तो कोरोना के कहर को काफी हद तक कम किया जा सकता था.
1 दिसंबर को वुहान में आया था पहला केस
अमेरिकी मैगजीन नेशनल रिव्यूम में छपे लेख के मुताबिक चीन ने कोरोना से जंग के लिए जरूरी आंकड़े दुनिया से छिपाकर रखे जिससे ये लड़ाई अब बहुत मुश्किल हो गई है.
पिछले साल एक दिसंबर को ही चीन के वुहान में कोरोना का पहला केस सामने आ गया था और पांच दिन बाद मरीज की पत्नी भी वायरस से संक्रमित हो गई. मतलब साफ था कि ये वायरस इंसान से इंसान में फैल रहा था पर चीन ने ये हकीकत दुनिया से छिपा ली. यहां तक कि जब 25 दिसंबर को चीन के दो मेडिकल स्टाफ में कोरोना के लक्षण मिले तो ये पुख्ता हो चुका था कि वायरस इंसान से इंसान में तेजी से फैल रहा है. बावजूद इसके चीन ने दुनिया को ये सच नहीं बताया.
31 दिसंबर को वुहान के हेल्थ कमीशन ने कहा इंसान से इंसान नहीं फैलता है वायरस
कोरोना वायरस का खुलासा करने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग ने चीनी डॉक्टरों के एक समूह को चेतावनी दी थी कि ये सार्स से भी खतरनाक हो सकता है इसलिए बचाव के लिए फौरन कदम उठाए जाएं. बावजूद इसके 31 दिसंबर को वुहान के हेल्थ कमीशन ने ये घोषित कर दिया कि ये वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता है, जिससे हालात और खराब होते चले गए.
इसे भी पढ़ें:कोरोना वायरस के ये हैं 9 सबसे खास लक्षण, संक्रमित मरीजों को होती हैं ऐसी परेशानियां
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन को सबूत मिटाने के दिए थे आदेश
चीन ने इस तरह के मामले सामने आने के 3 सप्तााह बाद विश्व स्वास्थ संगठन को इसके बारे में बताया. इसके बाद डॉक्टर ली को वुहान के पब्लिक सिक्यॉरिटी ब्यूरो बुलाया गया और उन पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया. इतना ही नहीं चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने आदेश दिया कि इस बीमारी के बारे में कोई भी सूचना सार्वजनिक नहीं की जाए और उसी दिन हुबेई के प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग ने वुहान के सारे नमूनों को नष्ट कर दिया जाए.
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 6 जनवरी को बोला झूठ
न्यूयॉर्क टाइम्स ने 6 जनवरी को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि वुहान में 59 लोग न्यूटमोनिया जैसी बीमारी से पीड़ित हैं इसके बाद भी चीन ने लेवल-वन की यात्रा निगरानी जारी करते हुए लोगों को सिर्फ इतनी हिदायत दी कि वे वुहान में जिंदा या मरे हुए जानवरों, जानवरों के बाजारों और बीमार लोगों से दूर रहें. इसके बाद 8 जनवरी को चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना वायरस की पहचान का दावा करते हुए कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ये वायरस इंसान से इंसान में फैल रहा है.
डॉक्टर ली को संक्रमण के बाद 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया
कोरोना वायरस का पता लगाने वाले डॉक्टर ली को संक्रमण के बाद 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत खराब होने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया. फिर 13 जनवरी को पहली बार चीन से बाहर कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला थाईलैंड में सामने आया. उस मरीज ने वुहान की यात्रा की थी. 14 जनवरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ये वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता है लेकिन 15 जनवरी को वुहान के हेल्थ कमीशन ने कहा कि इंसान से इंसान में कोरोना वायरस के जाने की सीमित संभावना है. बावजूद इसके वुहान में भीड़ को जुटने दिया गया.
19 जनवरी को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया सच
आखिरकार 19 जनवरी को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने ऐलान किया कि कोरोना वायरस के इंसान से इंसान में फैलने के दो मामले सामने आए हैं. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. तब तक चीन के वुहान से निकला ये वायरस पूरी दुनिया में फैल चुका था. इसलिए अमेरिका समेत कई देशों ने कोरोना वायरस पर दुनिया को गुमराह करने के लिए चीन को आड़े हाथों लिया. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर चीन ने चीन ने इस खतरे के बारे में पहले ही चेतावनी दे दी होती तो अमेरिका समेत पूरा विश्व इसके लिए ज्यादा बेहतर तरीके से तैयार होता.
और पढ़ें:मोदी सरकार का बड़ा फैसला, 3 महीने तक अगर बिजली बिल नहीं चुकाते है तो भी नहीं कटेगा कनेक्शन
अमेरिका समेत यूरोप में बिगड़ रहे हालात
दरअसल चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस ईरान, इटली और स्पेन में कोहराम मचाने के बाद अब अमेरिका का हाल बेहाल कर रखा है. अमेरिका में हालत इतने बेकाबू हो चुके हैं कि वहां हर तीन मिनट में एक नया मामला सामने आ रहा है. अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच गई है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी