नए ट्रैफिक रूल्स से निश्चित तौर पर हादसों में कमी आएगी. भारी भरकम चालान से डर कर लोग अब ट्रैफिक नियमों का पालन करने लगे हैं. 1 सितंबर 2019 से लागू हुए नए ट्रैफिक रूल (New Motor Vehicle Act 2019) के बाद भले ही चालान के रोजाना नए रिकॉर्ड बन और टूट रहे हैं. लेकिन सड़क और परिवन मंत्रालय की रिपोर्ट डराती है. इस रिपोर्ट के मुताबिक हर घंटे देशभर में 52 हादसे होते हैं और इनमें औसत 17 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. आइए जानें इस रिपोर्ट में और क्या है...
सड़क हादसे
- कुल 4,64,910 सड़क हादसे हुए
- 1,47,913 लोगों की मौत हुई
- 4,70,975 लोग ज़ख़्मी हुए
- रोज़ाना औसतन 1237 हादसे हुए
- हर घंटे औसतन 52 हादसे हुए
- रोज़ाना औसतन 405 मौत हुई
- हर घंटे औसतन 17 मौत हुई
ज़्यादातर हादसे सुबह 9 से रात 9 बजे के बीच
- टी और वाई जंक्शन पर सबसे ज़्यादा हादसे होते हैं
- सबसे ज़्यादा 73 % हादसे साफ़ मौसम में ही होते हैं
- बारिश , कोहरे की वजह से 25 % हादसे ही होते हैं
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- सुबह 9 से रात 9 बजे के बीच 67 % हादसे
- सुबह 9 से रात 9 के बीच मरने वालों की उम्र 18 -34 साल
- 80 % हादसों के लिए ड्राइवर ज़िम्मेदार
- ओवर स्पीडिंग, शराब के नशे में हादसे
दोपहिया वाहन सबसे खतरनाक
- 2017 में दोपहिया वाहन सबसे ज़्यादा हादसे का शिकार बने
- कुल हादसे में टू व्हीलर की हिस्सेदारी 33.9% रही
- सबसे ज़्यादा मौत 29.8% दोपहिया वाहन चालकों की ही हुई
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- 48,746 दोपहिया वाहन चालक मारे गए
- मरने वालों में ज़्यादातर की उम्र 18 -45 साल थी
- मरने वालों में 73.8% लोग बिना हेलमेट के थे
किस हाइवे पर कितने हादसे
- 30.4 % हादसे नेशनल हाइवे पर हुए
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- 25 % हादसे स्टेट हाइवे पर हुए
- 44 .6 % हादसे दूसरे सड़कों पर हुए
कैसे कैसे हादसे हुए
कुल हादसे - 464910
- 87068 आमने सामने की टक्कर (18.7)
- 77540 पीछे से टक्कर (16.7)
- 65186 हिट एंड रन केस (14.0)
- 62344 पैदल यात्रियों को टक्कर (13.4)
- 42675 साइड से टक्कर (9.2)
- 30037 गाड़ियां पलटी (6.5)
- 100060 अन्य मामले (21.5)
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कौन कौन सी गाड़ियां हादसे का शिकार बनी
- दोपहिया वाहन - 34 %
- कार, जीप, टैक्सी - 25 %
- ट्रक, टेम्पो, ट्रैक्टर - 20 %
- बस - 7 %
- ऑटो रिक्शा - 6 %
सड़क हादसे की वजहें
- ओवर स्पीडिंग - कुल हादसे 3,27,448 (70.4)
- गलत दिशा में ड्राइविंग - कुल हादसे 29,148 (6.3)
- शराब के नशे में ड्राइविंग - कुल हादसे 14,071 (3.0)
- मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग - कुल हादसे 8,526 (1.8)
- रेड लाइट जम्पिंग - कुल हादसे 6,324 (1.4)
- अज्ञात वजह - कुल हादसे 79,394 (17.1)
सड़क हादसे - 2016 के आंकड़े
- कुल 4,80,652 सड़क हादसे हुए
- 1,50,785 लोगों की मौत हुई
- 4,94,624 लोग ज़ख़्मी हुए
- रोज़ाना औसतन 1317 हादसे हुए
- हर घंटे औसतन 55 हादसे हुए
- रोज़ाना औसतन 413 मौत हुई
- हर घंटे औसतन 17 मौत हुई
(2017 के आंकड़े Source- Ministry Of Road And Transport )
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो