अयोध्या, 7 जून (आईएएनएस)। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने शनिवार को मंदिर निर्माण और इससे जुड़ी व्यवस्थाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (न्यास) मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की तैयारियों में जुटा है।
नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार, न्यास की बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई है और जल्द ही श्रद्धालुओं को दर्शन की सुविधा मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि न्यास के महासचिव चंपत राय प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर विचार कर रहे हैं। इसमें सीढ़ियों पर रेलिंग, दर्शन के लिए लाइनों की संख्या और श्रद्धालुओं के सामान रखने की व्यवस्था जैसे मुद्दे शामिल हैं। उनका अनुमान है कि अगले एक सप्ताह से 10 दिनों के भीतर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की व्यवस्था शुरू हो जाएगी।
मंदिर परिसर के अन्य पहलुओं पर बात करते हुए मिश्रा ने पंचवटी वाटिका और आसपास के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण की योजना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि परिसर में पहले से मौजूद ऋषि आश्रम और पुष्करिणी (जलाशय) की व्यवस्था को संरक्षित किया जाएगा। पंचवटी वाटिका में प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। वहां की भूमि, पौधों और संरचना में ज्यादा हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, हम प्रकृति को उसी रूप में स्वीकार कर वाटिका का सौंदर्यीकरण करेंगे। वाटिका में मौजूद जलाशय को भी संरक्षित किया जाएगा, ताकि पशु-पक्षी वहां पानी पी सकें।
उन्होंने बताया कि शेषावतार मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। मंदिर सौंदर्य और भव्यता को बढ़ाने के लिए करीब 45 किलोग्राम सोने का उपयोग हुआ है। उन्होंने बताया कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा हुई है, जिसमें मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने पर जोर दिया गया। न्यास इन सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार कर रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित दर्शन का अनुभव मिल सके।
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