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महिला यात्री को आईएसएस पर 11 महीने क्यों रखना चाहती है नासा

आईएसएस में उन्हें इतने लंबे समय तक रखने के पीछे नासा की चंद्रमा और मंगल पर मानव मिशन की तैयारी है.

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nitu pandey
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महिला यात्री को आईएसएस पर 11 महीने क्यों रखना चाहती है नासा

नासा

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अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में रुके हुए फरवरी 2020 में 11 महीने हो जाएंगे और इसके साथ ही वे आईएसएस में सबसे लंबे समय तक रहने वाली अकेली महिला का रिकॉर्ड बना लेंगी. आईएसएस में उन्हें इतने लंबे समय तक रखने के पीछे नासा की चंद्रमा और मंगल पर मानव मिशन की तैयारी है.

नासा ने कहा कि कोच का मिशन शोधकर्ताओं को अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने पर एक महिला पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण करने में मदद करेगी. उनका निर्धारित मिशन कार्यकाल नासा के एक पूर्व अंतरिक्ष यात्री स्कॉट केली के 2015-16 के मिशन से कुछ ज्यादा हो जाएगा। केली ने आईएसएस में 340 दिन गुजारे थे.

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यह मिशन इसलिए भी जरूरी था क्योंकि अभी तक के ज्यादातर उपलब्ध आंकड़े पुरुषों के हैं.

इस मिशन के बाद शोधकर्ताओं को लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों की क्षमताओं को बेहतर समझने और अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए प्रभावी कदम उठाने में मदद मिलने की उम्मीद है.

Source : IANS

NASA International Space Station Astronaut Christina Koch ISS
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