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जानें आखिरी के वो 15 मिनट, जब विक्रम लैंडर से टूट गया था संपर्क

भारत (India) का मिशन चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) इसी साल 7 सितंबर को देर रात चांद (Moon) की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले रास्‍ता भटक गया.

Updated on: 03 Dec 2019, 07:35 AM

नई दिल्‍ली:

भारत (India) का मिशन चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) इसी साल 7 सितंबर को देर रात चांद (Moon) की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले रास्‍ता भटक गया. इसरो ने पहले ही कहा था कि आखिरी के 15 मिनट काफी महत्वपूर्ण होंगे. लैंडर विक्रम (Lander vikram) को शुक्रवार की देर रात करीब 1:38 बजे चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन करीब 2.1 किलोमीटर पहले ही उसका इसरो (ISRO) से संपर्क टूट गया था. अब 2 दिसंबर की रात को नासा ने विक्रम लैंडर को खोज निकाला है.

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टाइमलाइन

  • रात 1:38 बजे विक्रम लैंडर को चांद की सतह पर उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई.
  • करीब 1: 44 बजे विक्रम लैंडर ने 'रफ ब्रेकिंग के चरण को पार कर लिया था. इसके बाद वैज्ञानिकों ने इसकी रफ्तार धीमी करनी शुरू की.
  • 1:49 बजे विक्रम लैंडर ने सफलतापूर्वक अपनी गति कम कर ली थी और वह चांद की सतह के बेहद करीब पहुंच चुका था.
  • रात करीब 1:52 बजे चंद्रयान-2 अपने मिशन के अंतिम चरण में था लेकिन उसके बाद चंद्रयान का संपर्क इसरो से टूट गया.

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अंतिम समय में सभी देशवासियों को यह उम्‍मीद थी कि चंद्रयान अपने मिशन को पूरा कर लेगा. इसी दौरान अचानक इसरो के कंट्रोल रूम में सन्नाटा पसर गया और वैज्ञानिकों के चेहरे लटक गए. किसी को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या. बताया जाता है कि इसरो के कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन पर आ रहे आंकड़े अचानक थम गए. इसके बाद इसरो चीफ सिवन वहां बैठे पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ बढ़े. इसरो चीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी दी और बाहर निकल गए. कुछ ही देर में इसरो ने कंट्रोल रूम से अपनी लाइव स्ट्रीमिंग भी बंद कर दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ाया था हौसला

इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. ये कोई छोटा अचीवमेंट नहीं है. देश को आप पर गर्व है. मेरी तरफ से वैज्ञानिकों को बधाई, आप लोगों ने विज्ञान और मानव जाति की बहुत बड़ी सेवा की है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं हिम्मत के साथ चलें.