भले ही चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर से इसरो का संपर्क टूट गया है, लेकिन ज्योतिष की मानें तो इसरो का यह मिशन कामयाब होकर रहेगा. ज्योतिषीय योग के अनुसार, 16 या 17 सितंबर यानी अगले सोमवार या मंगलवार को चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर से इसरो के वैज्ञानिक संपर्क स्थापित कर सकेंगे. ज्योतिष के अनुसार लैंडिंग की तिथि तय करते समय किसी स्तर पर हल्की चूक होने के चलते विक्रम लैंडर से इसरो का संपर्क टूट गया.
यह भी पढ़ें: UNHRC में पाकिस्तान को भारत ने किया नंगा, कहा-आतंक को पनाह देने वाले न करें मानवाधिकारों की बात
ख्यात ज्योतिषी पंडित प्रमोद शुक्ल के अनुसार, 7 सितंबर को उस समय ज्योतिषीय गणना के अनुसार ग्रह-नक्षत्र गोचर में चंद्रमा को डिस्टर्ब करने की हालत में थे. ज्योतिषीय नजरिये से देखें तो जो मुहूर्त तय हुआ था, वो काफी हद तक सही था, क्योंकि चंद्रमा उस वक्त सेनापति मंगल की वृश्चिक राशि में गुरु महाराज बृहस्पति के साथ गजकेसरी योग बना रहे थे. चंद्रमा की ही अपनी कर्क लग्न उदित थी और चंद्रमा भाग्येश गुरु के साथ न सिर्फ गजकेसरी योग बना रहे थे, बल्कि गुरु महाराज खुद अपनी मीन राशि और कर्क राशि को पूर्ण शुभ दृष्टि से अमृतपान भी करा रहे थे.
पंडित प्रमोद शुक्ल ने यह भी माना कि 16 या 17 सितंबर को विक्रम लैंडर का पुनः हमारे वैज्ञानिकों से संपर्क स्थापित हो जाएगा. वो दिन सोमवार या मंगलवार का हो सकता है.
यह भी पढ़ें: जेनेवा में पाकिस्तान ने माना जम्मू-कश्मीर को भारत का राज्य, शाह महमूद कुरैशी का कबूलनामा
बता दें कि चांद के बेहद करीब आकर विक्रम लैंडर (Vikram Lander) का संपर्क पृथ्वी से टूट गया था. हालांकि अभी उम्मीद पूरी तरह ख़त्म नहीं हुई है और हो सकता है कि बाद में लैंडर से संपर्क स्थापित हो जाए. अगर भारत क़ामयाब होता है तो अमरीका, रूस और चीन के बाद, भारत चंद्रमा पर किसी अंतरिक्ष यान की सॉफ़्ट लैंडिंग करवाने वाला चौथा देश बन जाएगा.
HIGHLIGHTS
- 7 नवंबर को इसरो का विक्रम लैंडर से टूट गया था संपर्क
- पीएम नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का बढ़ाया था हौसला
- ज्योतिष के अनुसार, मुहुर्त तय करने में कोई चूक हुई होगी
Source : सुनील मिश्र