वो दिन दूर नहीं, जब आपका स्मार्टफोन महज़ कुछ सेकंड के भीतर पूरी तरह से चार्ज हो जाएगा। मज़े की बात ये कि एक बार चार्ज करने के बाद आपको एक हफ्ते तक फोन चार्ज करने की कोई ज़रुरत नहीं रहेगी। है ना मज़ेदार खोज!
उन वैज्ञानिकों का शुक्रिया अदा करिये जो इस तकनीक पर काम कर रहे हैं और 18 महीनों के भीतर आप इस नई खोज का लाभ उठा सकेंगे। जो टीम इस तकनीक पर काम कर रही है, उसमें भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक भी हैं।
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यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट्रल फ्लोरिडा के वैज्ञानिक एक सुपरकैपेसिटर पर काम कर रहे हैं, जिसमें द्विआयामी पदार्थों का इस्तेमाल किया जायेगा। द्विआयामी पदार्थों में ऊर्जा को स्टोर करने और उसे संरक्षित रखने की क्षमता बहुत ज्यादा होती है, इस बात को वैज्ञानिक पहले से ही जान-समझ रहे थे लेकिन बतौर बैटरी इनका इस्तेमाल कैसे हो, ये टीम उसी दिशा में आगे बढ़ रही है।
आजकल के फ़ोन में बैटरी लिथियम-आयन की होती है, जिसे 1500 से भी काम बार चार्ज किया जा सकता है। इसके बाद इन बैटरियों का दम निकल जाता है। नई तकनीक से जो बैटरी बनेगी, उसे कई हज़ार बार चार्ज किया जा सकेगा।
Source : News Nation Bureau