logo-image

तेलंगाना ने बूस्टर खुराक देने के लिए डोर-टू-डोर अभियान की योजना बनाई

तेलंगाना ने बूस्टर खुराक देने के लिए डोर-टू-डोर अभियान की योजना बनाई

Updated on: 25 Jul 2022, 05:45 PM

हैदराबाद:

बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए तेलंगाना में स्वास्थ्य अधिकारी सभी को बूस्टर खुराक देने के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाने की योजना बना रहे हैं।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी. हरीश राव ने सोमवार को जिला कलेक्टरों को विशेष अभियान चलाने और बूस्टर टीकाकरण अभियान तेज करने को कहा।

सरकार ने 15 जुलाई को सरकारी अस्पतालों में 18 साल से अधिक उम्र के हर पात्र व्यक्ति को मुफ्त वैक्सीन देना शुरू किया था।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक के अनुसार राज्य में बूस्टर डोज के लिए लक्षित जनसंख्या 2.77 करोड़ है। अधिकारियों ने अब तक लक्ष्य का 5 प्रतिशत (15.03 लाख) कवर किया है।

राज्य में 3.22 करोड़ से अधिक पात्र व्यक्तियों ने पहली खुराक ली है। दूसरी खुराक लेने वालों की संख्या 3.09 करोड़ से अधिक है। अधिकारियों के अनुसार 12.87 लाख पात्र व्यक्तियों ने अभी तक दूसरी खुराक नहीं ली है।

अधिकारी दैनिक कोविड की संख्या में वृद्धि को देखते हुए टीकाकरण अभियान को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को अधिकारियों के साथ स्कूलों और छात्रावासों में प्रस्तावित कोविड टीकाकरण अभियान पर भी चर्चा की।

उनके साथ पंचायत राज और ग्रामीण विकास मंत्री ई. दयाकर राव, शिक्षा मंत्री सबिता इंद्र रेड्डी, अनुसूचित जाति विकास मंत्री कोप्पुला ईश्वर, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री जी. कमलाकर, आदिवासी कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ और मुख्य सचिव सोमेश कुमार के साथ जिला कलेक्टरों, अपर कलेक्टरों, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में भाग लिया।

आवासीय विद्यालयों/छात्रावासों में बढ़ती मौसमी बीमारियों और खाद्य सुरक्षा उपायों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

राव ने राज्य में लंबे समय से हो रही बारिश को देखते हुए जिला कलेक्टरों को मौसमी बीमारियों के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। मौसमी बीमारियों के मामलों में वृद्धि को देखते हुए कलेक्टरों को सभी स्कूलों, छात्रावासों और अन्य संस्थानों में फ्राइडे ड्राई डे जैसे विशेष अभियान चलाने के लिए कहा गया है।

दयाकर राव ने अधिकारियों को मच्छर रोधी और लार्वा विरोधी गतिविधियों को तेज करने, जल जमाव को रोकने के लिए अभियान, नियमित रूप से नाली की सफाई, कचरा निपटान और स्थानीय ग्राम स्वास्थ्य और स्वच्छता समितियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सक्रिय करने के लिए कहा।

बोरवेल के आसपास के क्षेत्रों की नियमित सफाई, नल और बोरवेल का उचित रखरखाव भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

सबिता इंद्रा रेड्डी ने कहा कि छात्रावास के वार्डन को छात्रावास की स्वच्छता, साफ-सफाई और स्वच्छता से संबंधित मामलों के लिए जिम्मेदार बनाया जाना चाहिए और स्वच्छता कर्मचारियों के काम की निगरानी भी करनी चाहिए।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.