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पाक ड्रोन से मानव जीवन को खतरा, भारत के ड्रोन ले जाते हैं जीवन रक्षक दवाएं : जितेंद्र सिंह

पाक ड्रोन से मानव जीवन को खतरा, भारत के ड्रोन ले जाते हैं जीवन रक्षक दवाएं : जितेंद्र सिंह

Updated on: 28 Nov 2021, 12:10 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि जहां पाकिस्तानी ड्रोन आतंक फैलाने और मानव जीवन को खतरे में डालने के लिए विस्फोटक ले जाते हैं, वहीं भारतीय ड्रोन ने मानव जाति की सुरक्षा और भलाई के लिए जीवन रक्षक टीके की खुराक और दवाएं लेकर कोविड योद्धाओं की भूमिका निभाई है।

सिंह ने शनिवार को कहा कि जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में दवाएं पहुंचाने के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित ड्रोन के इस्तेमाल पर एक पायलट परियोजना शुरू करते हुए यह बात कही।

मंत्री ने कहा कि यह वास्तव में दोनों देशों के बीच मूलभूत अंतर है।

कोविड वैक्सीन की 50 शीशियों की पहली खेप का जिक्र करते हुए, जिसे मारह क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास एक ड्रोन द्वारा छोड़ा गया था, सिंह ने कहा कि बेंगलुरु में स्वदेशी रूप से विकसित ऑक्टाकॉप्टर ड्रोन वास्तव में शांति का संदेशवाहक है, जबकि पाकिस्तान शांति भंग करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करता है।

उन्होंने कहा कि भारतीय ड्रोन ने कोविड से लोगों की जान बचाने का संदेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक पहुंचाया है।

इस अवसर पर सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार (स्वास्थ्य) राजीव भटनागर की उपस्थिति में औपचारिक रूप से ड्रोन ऑपरेटरों को कोविड वैक्सीन खुराक की पहली खेप सौंपी।

जम्मू से मढ़ की सड़क की दूरी करीब 15 किमी है और इस दूरी को तय करने में करीब 50 से 60 मिनट का समय लगता है, लेकिन ऑक्टाकॉप्टर ने 20 मिनट के भीतर वैक्सीन की खुराक पहुंचा दी।

सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (सीएसआईआर-एनएएल) और सीएसआईआर-आईआईआईएम ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, जम्मू सरकार के साथ मिलकर दूरस्थ क्षेत्रों में कोविड-19 वैक्सीन खुराक की हवाई डिलीवरी की है।

सिंह ने कहा कि ऑक्टाकॉप्टर के माध्यम से कोविड वैक्सीन की शीशियों की डिलीवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर दस्तक अभियान को घर-घर जाकर विशेष टीकाकरण अभियान को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी।

मंत्री ने बताया कि ऑक्टाकॉप्टर ड्रोन 20 किमी की सीमा में 10 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और यह 500 मीटर एजीएल की परिचालन ऊंचाई और 36 किमी प्रति घंटे की अधिकतम उड़ान गति से उड़ सकता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.