एनटीपीसी और टेक्निमोंट मिलकर हरित मेथनॉल उत्पादन की संभावना की संभावनाएं तलाशेंगे। हरित मेथनॉल परियोजना में एनटीपीसी के विद्युत संयंत्रों से कार्बन प्राप्त करना और इसे हरित ईंधन में परिवर्तित करना शामिल है। हरित मेथनॉल उत्पादन को लेकर एनटीपीसी ने टेक्निमोंट प्राइवेट लिमिटेड ने एक समझौता किया है। भारत सरकार का मानना है कि यह पहल भारत में ऊर्जा के रूपांतरण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगी।
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के मुताबिक इस समझौते का उद्देश्य भारत में एनटीपीसी की परियोजना में वाणिज्यिक पैमाने पर हरित मेथनॉल उत्पादन सुविधा विकसित करने की संभावना का संयुक्त रूप से मूल्यांकन करना और पता लगाना है।
भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी- एनटीपीसी ने इटली स्थित मैयर टेक्निमोंट समूह की भारतीय सहायक कंपनी टेक्निमोंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ यह गैर-बाध्यकारी समझौता किया है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारत में एनटीपीसी की परियोजना में वाणिज्यिक पैमाने पर हरित मेथनॉल उत्पादन की सुविधा विकसित करने की संभावना का पता लगाना है।
विद्युत मंत्रालय के मुताबिक हरित मेथनॉल में अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला है। इसमें रासायनिक उद्योग के लिए आधार सामग्री के रूप में उपयोग होना, नवीकरणीय विद्युत का भंडारण करना और परिवहन ईंधन के रूप में भी काम आना शामिल है। इसे समुद्री ईंधन अनुप्रयोगों के लिए एक स्थानापन्न ईंधन भी माना जाता है।
एनटीपीसी के निदेशक (वाणिज्यिक) सीके मंडल ने कहा कि प्रायोगिक पैमाने पर हरित मेथनॉल परियोजना के तहत एनटीपीसी के साथ यह पहल स्थिरता और नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर एनटीपीसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि यह भारत में ऊर्जा के रूपांतरण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।
ऊर्जा के क्षेत्र में एक अन्य पहल के अंतर्गत रूस के राजकीय नाभिकीय ऊर्जा निगम रोसाटोम ने भारत के कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिये अधिक उन्नत ईंधन विकल्प की पेशकश की है। इससे पहले टीवीएस-2 एम ईंधन सामग्रियों की पहली खेप रूस से प्राप्त हुईं तथा उन्हें कुडनकुलम संयंत्र की इकाई-1 में लगाया गया। यहा वह संतोषजनक काम कर रही हैं।
कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केकेएनपीपी) भारत के तमिलनाडु राज्य के कुडनकुलम में स्थित है। इसका निर्माण वर्ष 2002 में आरम्भ हुआ और जुलाई 2013 को यह चालू हुआ। इस परियोजना में 1000 मेगावाट विद्युत क्षमता वाले दो यूनिट (केकेएनपीपी 1 तथा 2) हैं। पहले यूनिट ने अक्टूबर 2013 से विद्युत ग्रिड को विद्युत आपूर्ति करना आरम्भ किया।
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Source : IANS