Advertisment

वैक्सीन की कोई कमी नहीं है: स्वास्थ्य मंत्रालय

वैक्सीन की कोई कमी नहीं है: स्वास्थ्य मंत्रालय

author-image
IANS
New Update
New Delhi

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।

मंत्रालय ने कुछ मीडिया रिपोटरें के हवाले से कहा कि महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी का आरोप लगाया गया है, उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें गलत हैं।

मंत्रालय ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी का आरोप लगाया गया है, जिसमें आगे कहा गया है कि वैक्सीन की कमी के कारण राज्य सरकार टीकाकरण की गति को बढ़ाने में असमर्थ है। ऐसी खबरें गलत हैं।

उन्होंने आगे कहा कि अब तक उपलब्ध रिपोटरें के अनुसार, महाराष्ट्र में कोवैक्सीन की 24 लाख से अधिक अप्रयुक्त खुराकें हैं। साथ ही, यह भी कहा कि शुक्रवार को अतिरिक्त 6.35 लाख खुराक प्राप्त हुई हैं।

मंत्रालय ने कहा कि को-विन पर उपलब्ध साप्ताहिक खपत के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र द्वारा कोवैक्सीन की औसत खपत 15-18 आयु वर्ग के पात्र लाभार्थियों को कवर करने के लिए और एहतियाती खुराक प्रति दिन लगभग 2.94 लाख खुराक है। इसलिए, राज्य के पास कोवैक्सीन के पात्र लाभार्थियों को कवर करने के लिए लगभग 10 दिनों के लिए पर्याप्त टीका खुराक है।

राज्य में अब तक 1.24 करोड़ अप्रयुक्त और बाकी कोवैक्सीन खुराक उपलब्ध हैं। मंत्रालय के अनुसार, प्रति दिन औसतन 3.57 लाख की खपत के साथ, यह लाभार्थियों को टीके का उपयोग करने के लिए 30 दिनों से अधिक समय तक बनाए रखेगा।

इससे पहले शुक्रवार को, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए खुराक की कमी का सामना कर रहा है।

टोपे ने कहा, हम कोवैक्सीन और कोविशील्ड की कमी का सामना कर रहे हैं। हमने केंद्र सरकार से अतिरिक्त 50 लाख कोविशील्ड खुराक और 40 लाख कोवैक्सीन खुराक की मांग की है।

हालांकि, मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी राज्य के पास उपलब्ध बाकी राशि और अप्रयुक्त वैक्सीन खुराक की सही तस्वीर को नहीं दर्शाती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment