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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))
छात्रों के सीखने की क्षमता का आकलन करने और स्कूली शिक्षा की प्रभावशीलता का पता लगाने के लिए पूरे देश में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 शुरू हो गया है।
भारत के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र कक्षा तीन, पांच, आठ और दसवीं के अंत में क्या क्या जानते हैं और क्या कर सकते हैं, सर्वेक्षण के द्वारा यह पता लगाया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय देश भर के करीब सवा लाख स्कूलों के छात्रों की इस क्षमता का पता लगाने जा रहा है। देश भर के छात्रों की उपलब्धि जानने के लिए मंत्रालय राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की मदद लेगा।
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) छात्रों की सीखने की उपलब्धि का आकलन करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का एक राष्ट्रव्यापी, नमूना-आधारित सर्वेक्षण है। 12 नवंबर से देशभर में 733 जिलों के 1.23 लाख स्कूल इस सर्वेक्षण शुरू किया गया है। यह सर्वेक्षण देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया जा रहा है।
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) के संचालन को सुनिश्चित करने के लिए, 1,82,488 फील्ड जांचकर्ता, 1,23,729 पर्यवेक्षक, 733 जिला स्तरीय समन्वयक और जिला नोडल अधिकारी और 36 राज्य नोडल अधिकारी और 1,500 बोर्ड प्रतिनिधि पूरे देश में तैनात किए गए हैं।
इस सर्वेक्षण अभियान से पता लग सकेगा कि कोरोना महामारी के दौरान छात्रों की सीखने की क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ा है। साथ ही ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम, सीखने की क्षमता को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे ही कई अन्य विषयों की जानकारी इस सर्वेक्षण के माध्यम से मिल सकेगी।
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक एनएएस के निष्कर्ष छात्रों के सामाजिक-भावनात्मक और संज्ञानात्मक विकास के संदर्भ में छात्रों के सीखने पर लंबे समय तक स्कूलों को बंद करने के परिणामों की व्यवस्थित समझ का निदान करने में मदद करेंगे।
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Source : IANS
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