दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने राष्ट्रीय राजधानी के मोहल्ला क्लीनिकों में मरीजों की आउटडोर डायग्नोस्टिक सेवाओं के लिए उपराज्यपाल (एल-जी) विनय कुमार सक्सेना की मंजूरी का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा है कि मरीजों के हित में यह जरूरी था कि डायग्नोस्टिक सेवाएं जारी रहें, लेकिन उपराज्यपाल द्वारा स्वीकृति पत्र में उठाए गए सवालों के लिए विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है।
सचदेवा ने कहा कि आज देश के छोटे शहरों के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में इंटरनल डायग्नोस्टिक सेवाएं उपलब्ध हैं, ऐसे में केजरीवाल सरकार को बताना चाहिए कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में इंटरनल डायग्नोस्टिक टेस्ट की सुविधा क्यों नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र सरकार के सभी अस्पतालों में इन-हाउस डायग्नोस्टिक सेवाएं उपलब्ध हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली सरकार अपने मोहल्ला क्लीनिकों की तारीफ करती है, लेकिन हैरानी की बात है कि पिछले एक साल में इन क्लीनिकों में आने वाले मरीजों की संख्या आधी हो गई है, लेकिन वहां होने वाले डायग्नोस्टिक टेस्ट की सालाना संख्या डेढ़ गुना बढ़ गई है, जो स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की संभावना को इंगित करता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों की हालत अब देश के दूर-दराज इलाकों के अस्पतालों से भी बदतर हो गई है और इससे दिल्ली के लोग शर्मिदा हैं।
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Source : IANS