देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आहट सुनाई दे रही है, वहीं कई राज्य इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे है। छत्तीसगढ़ में स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद किए जाने के बाद अब समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित संस्थाओं केा भी बंद करने का फैसला लिया गया है।
आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित सभी संस्थाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में समाज कल्याण विभाग द्वारा सभी संभागायुक्तों, कलेक्टरों और विभागीय जिला अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जारी किए गए निदेर्शो के मुताबिक विभाग के अंर्तगत संचालित शासकीय, मान्यता व अनुदान प्राप्त, दैनिक एवं आवासीय स्वैच्छिक संस्थाएं, दिव्यांग महाविद्यालय, विशेष विद्यालय, आश्रय दत्त कर्मशाला आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्कूल शिक्षा विभाग तथा दिव्यांग महाविद्यालय की परीक्षाएं उच्च शिक्षा विभाग के निर्णय अनुसार होंगी। साथ ही इन परीक्षाओं को करवाने के लिए अनिवार्य व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा गया है।
वहीं विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि बहु विकलांग केन्द्र तथा मानसिक रूप से अविकसित बालकों के आवासीय संस्थान तथा वृद्धाश्रमों हाफ-वे-होम, घरौंदा, नशामुक्ति केन्द्रों में निवासरत ऐसे हितग्राही जिनके पालक उनको अपने साथ घर ले जाने में असमर्थ हैं, वे संचालित रहेंगे। इन केंद्रों में संबंधित संस्था प्रमुखों को संक्रमण से रोकथाम संबंधी सरकार के समय-समय पर जारी आदेशों के अनुरूप हाथ धोना, श्वसन शिष्टाचार, सार्वजनिक समारोह में सम्मिलित न होना जैसे विशेष प्रावधानों का ध्यान रखते हुए उनका पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।
ज्ञात हो कि राज्य में कोरेाना का संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भी दस्तक दे दी है। इसके चलते स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों केा पहले ही बंद कर दिया गया है। अब समाज कल्याण विभाग की संस्थाओं केा बंद किया गया है।
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Source : IANS