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ब्लैक होल-न्यूट्रॉन सितारे की टक्कर, पृथ्वी तक आईं गुरुत्वाकर्षण तरंगें

एक ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारे की टक्कर के कारण ये तरंगें फैली थीं और ऐसी दो टक्कर 10 दिन के अंतराल पर महसूस की गईं.

Updated on: 01 Jul 2021, 08:40 AM

highlights

  • पिछले साल पकड़ी गई थीं सुदूर अंतरिक्ष से आई गुरुत्वाकर्षण तरंगें
  • अब पता चला कि न्यूट्रॉन सितारा ब्लैक होल से टकरा गया था
  • 10 दिन के अंतराल पर हुई थी दो बार अद्भुत टक्कर

वॉशिंगटन:

दूसरे ग्रहों पर जीवन समेत एलियंस (Aliens) और नए ग्रहों की खोज के लिए सर्च फॉर एक्सट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलीजेंस (SETI) तमाम देशों के साथ मिल कर सामूहिक स्तर पर काम कर रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत विशालकाय टेलीस्कोप समेत बेहद संवेदनशील एंटीना लगाए गए हैं, जो सुदूर ग्रहों की तरंगें पकड़ने में सक्षम हैं. ये एंटीना आए दिन अंतरिक्ष से आने वाली तरंगों को पकड़ते रहते हैं. उनकी उत्पत्ति की खोज समेत उनमें निहित संकेतों को समझने की कोशिश खगोलविज्ञानी अनवरत करते रहते हैं. बीते साल भी अंतरिक्ष से आए कुछ ऐसी ही तरंगें पकड़ी गई थीं, जिन्होंने पूरे विज्ञान जगत को हैरत में डाल दिया था. अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने अब इससे जुड़े कई सवालों के जवाब खोजे हैं. गुरुत्वाकर्षण तरंगों (Gravitational Waves) के डिटेक्टर्स के ग्लोबल नेटवर्क की मदद से की गई स्टडी के नतीजे सामने आए हैं.

10 दिन के अंतराल पर हुई दो बार टक्कर
शोधकर्ताओं के मुताबिक एक ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारे की टक्कर के कारण ये तरंगें फैली थीं और ऐसी दो टक्कर 10 दिन के अंतराल पर महसूस की गईं. यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम के इंस्टीट्यूट फॉर ग्रैविटेशनल वेव ऐस्ट्रोनॉमी की डॉक्टर पट्रीशिया श्मिट के मुताबिक न्यूट्रॉन स्टार और ब्लैक होल के सिस्टम की मौजूदगी का यह सबसे अहम सबूत है. इनकी पहचान से हमारी समझ पर बड़ा असर पड़ेगा. इसके साथ ही यह भी समझ आएगा कि गामा-रे बर्स्ट्स में इनकी क्या भूमिका होती है. दरअसल, इससे पहले वेव डिटेक्टर्स ने सिर्फ ब्लैक होल-ब्लैक होल या न्यूट्रॉन स्टार-न्यूट्रॉन स्टार सिस्टम की टक्कर की पहचान की है. इनकी टक्कर की वजह से अंतरिक्ष में दूर तक गुरुत्वाकर्षण तरंगे जाती हैं.

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1.3 अरब साल पहले टकराए दो ब्लैक होल
खगोल विज्ञानियों की मानें तो 2015 में पहली बार लीगो और वर्गो कोलैबरेशन ने 1.3 अरब साल पहले टकराए दो ब्लैक होल से निकली तरंगों की पहचान की थीं. इस बार शोधार्थियों ने न्यूट्रॉन स्टार के ब्लैक होल का चक्कर काटते-काटते उसमें मिल जाने की घटना की पहचान की है. इसके कुछ दिन बाद दोबारा ऐसा डिटेक्शन किया गया. उम्मीद की जा रही है कि इस टक्कर से कई और अहम जानकारियां मिलेंगी और भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं को कहीं आसानी से चिन्हित किया जा सकेगा.