टेक को लेकर शी जिनपिंग का आह्वान इससे ज्यादा उचित समय पर नहीं हो सकता था: बिल गेट्स
टेक को लेकर शी जिनपिंग का आह्वान इससे ज्यादा उचित समय पर नहीं हो सकता था: बिल गेट्स
सैन फ्रांसिस्को:
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और अरबपति परोपकारी बिल गेट्स ने कहा है कि प्रौद्योगिकी पर खुले सहयोग के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आह्वान इससे ज्यादा उचित समय पर नहीं हो सकता था।साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, लाइव फीड के माध्यम से बीजिंग में झोंगगुआनकुन फोरम को संबोधित करते हुए गेट्स ने कहा कि चीन अपनी विशेषज्ञता, अनुभव और नवाचार में निवेश के मिश्रण के साथ तकनीक और सबक साझा करके दुनिया में अपना योगदान देने में सक्षम होगा।
गेट्स ने कहा कि खाद्य सुरक्षा से लेकर बाल कल्याण तक अन्य चुनौतियों के साथ-साथ कोविड-19 महामारी जैसे मुद्दे राष्ट्रीय सीमाओं के भीतर नहीं रहते हैं। ऐसे में हमें उन्हें संबोधित करने के लिए सीमाओं के पार काम करने के लिए प्रतिबद्ध होने की जरूरत है।
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक ने कहा, हमें नवाचार और सहयोग के आधार पर व्यापक प्रतिक्रिया (कोविड-19 जैसे मुद्दों पर) को माउंट करने की आवश्यकता है।
उन्होंने सभा को बताया, चीन भविष्य की महामारियों और खाद्य असुरक्षा सहित जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने में पहले से ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इससे पहले, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि राष्ट्रों के लिए सहयोग को गहरा करना और प्रौद्योगिकी साझा करना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ द्वारा प्रकाशित उनके पत्र के अनुसार, चीन देश विज्ञान-तकनीक नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दूसरों के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है।
यह मैसेज तब आया जब अमेरिका-चीन प्रतिद्वंद्विता गहरा रही है, वाशिंगटन ने बीजिंग को निर्यात प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया है।
इस हफ्ते की शुरूआत में, चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए देश में यूएस-आधारित माइक्रोन टेक्नोलॉजी के चिप्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया।
चीन की सरकार ने कहा कि देश की प्रमुख सूचना अवसंरचना को बिक्री के लिए माइक्रो उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा, क्योंकि अमेरिका चीन स्थित तकनीकी कंपनियों पर नियंत्रण कड़ा कर रहा है।
अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने प्रतिबंध का जवाब देते हुए कहा, यह उन प्रतिबंधों का ²ढ़ता से विरोध करता है जिनका वास्तव में कोई आधार नहीं है।
विभाग ने एक बयान में कहा, हम अपनी स्थिति का विस्तार करने और उनकी कार्रवाई को स्पष्ट करने के लिए पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) के अधिकारियों के साथ सीधे जुड़ेंगे।
पिछले साल अक्टूबर में, जो बाइडेन प्रशासन ने चीन को उन्नत अमेरिकी अर्धचालक प्रौद्योगिकियों के निर्यात को कड़ा कर दिया, जिसमें चिप बनाने के उपकरण और डिजाइन सॉफ्टवेयर शामिल थे।
हाल की रिपोटरें में दावा किया गया था कि जो बाइडेन प्रशासन चीन में अमेरिकी कंपनियों के निवेश पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करने वाले है।
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