मेटा ने एक नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-आधारित शोध अवधारणा विकसित की है जो लोगों को डिजिटल इमेजरी बनाने के लिए टेक्स्ट और सरल स्केच का उपयोग करने देगी।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने एक ब्लॉगपोस्ट में लिखा, मेक-ए-सीन नाम की अवधारणा एआई-संचालित रचनात्मक अभिव्यक्ति के नए रूपों को सक्षम करेगी, जबकि रचनाकारों और उनके ²ष्टिकोण को प्रक्रिया के केंद्र में रखेगी।
मेटा ने कहा, मेक-ए-सीन लोगों को टेक्स्ट प्रॉम्प्ट और फ्रीफॉर्म स्केच का उपयोग करके इमेजिस बनाने का अधिकार देता है। पहले इमेज-जनरेटिंग एआई सिस्टम आमतौर पर इनपुट के रूप में टेक्स्ट विवरण का उपयोग करते थे, लेकिन परिणाम भविष्यवाणी करना मुश्किल हो सकता है।
अवधारणा दर्शाती है कि कैसे लोग विभिन्न प्रकार के तत्वों का उपयोग करके अपने दृष्टिकोण को अधिक विशिष्टता के साथ व्यक्त करने के लिए पाठ और सरल चित्र दोनों का उपयोग कर सकते हैं।
यह इनपुट के रूप में बारीक स्केचिस को सक्षम करने के लिए दृश्य लेआउट को भी कैप्चर करता है। यह केवल-पाठ के संकेतों के साथ अपना स्वयं का लेआउट भी उत्पन्न कर सकता है।
मॉडल इमेजरी के प्रमुख पहलुओं को सीखने पर ध्यान केंद्रित करता है जो कि वस्तुओं या जानवरों जैसे निर्माता के लिए महत्वपूर्ण होने की अधिक संभावना है।
एक एआई कलाकार सोफिया क्रेस्पो ने कहा, एक दृश्य कलाकार के रूप में, आप कभी-कभी हाथ से आधार रचना बनाने में सक्षम होना चाहते हैं, ताकि आंखों का अनुसरण करने के लिए एक कहानी तैयार की जा सके और यह बस इसके लिए अनुमति देता है।
क्रेस्पो ने नए संकर जीव बनाने के लिए मेक-ए-सीन का इस्तेमाल किया। अपनी फ्ऱीफॉर्म ड्राइंग क्षमताओं का उपयोग करते हुए, उसने पाया कि वह नए विचारों में तेजी से निर्माण करना शुरू कर सकती है।
मेटा ने कहा, मेक-ए-सीन जैसी परियोजनाओं के माध्यम से, हम यह पता लगाना जारी रख रहे हैं कि एआई रचनात्मक अभिव्यक्ति का विस्तार कैसे कर सकता है। हम इस क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं, लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है।
कंपनी ने कहा कि वह 2डी, मिश्रित वास्तविकता और आभासी दुनिया में अधिक अभिव्यंजक संदेश भेजने के तरीकों के निर्माण के लिए इस नए वर्ग के रचनात्मक उपकरणों का उपयोग करके संभव की सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS