केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि मरीजों के प्रति स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहार भी उपचार का एक अनिवार्य हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राचीन स्वास्थ्य अभ्यास की निरंतरता है।
मंत्री ने शुक्रवार को मुस्कान नाम की एक योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य विश्व रोगी सुरक्षा दिवस को चिह्न्ति करने के लिए एक कार्यक्रम में मातृ प्रसवकालीन बाल मृत्यु निगरानी प्रतिक्रिया (एमपीसीडीएसआर) सॉफ्टवेयर लॉन्च करने के अलावा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
मंडाविया ने कहा कि सुश्रुत की चरक संहिता में कई चिकित्सा उपकरणों का उल्लेख है जो आज भी कम से कम संशोधनों के साथ उपयोग किए जाते हैं, जो हमारे पूर्वजों के प्रत्येक जीवन को संरक्षित करने के समर्पण को दर्शाता है।
मंडाविया ने क्वोलिटी दर्पण के लिए परिचालन दिशानिर्देश भी जारी किए, जो एनक्यूएएस पहल के तहत प्रमुख उपलब्धियों और सीखों पर एक अर्ध-वार्षिक अद्यतन है।
उन्होंने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) और लक्ष्य के कार्यान्वयन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रदर्शन को रेखांकित किया और कहा कि गुणवत्ता को हमारे दिन-प्रतिदिन के व्यवहार में एकीकृत किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एनक्यूएएस, लक्ष्य, कायाकल्प आदि जैसी योजनाओं ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में समुदाय के विश्वास को और बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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Source : IANS