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कर्नाटक में कॉलेज, स्कूली छात्रों का होगा रैंडम कोविड टेस्ट

कर्नाटक में कॉलेज, स्कूली छात्रों का होगा रैंडम कोविड टेस्ट

Updated on: 04 Dec 2021, 12:05 AM

बेंगलुरू:

कर्नाटक सरकार ने नए कोविड वैरिएंट ओमिक्रॉन का पता चलने के बाद अपने संशोधित प्रोटोकॉल में अधिकारियों को कॉलेज के छात्रों और स्कूली बच्चों पर 15 दिनों में एक बार रैंडम कोविड टेस्ट करने का निर्देश दिया है।

सरकार ने अपने आदेश में जिला स्तर पर 1 लाख टेस्ट कराने की सिफारिश की है। इसमें कहा गया है, कॉलेजों, हाई स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों के लिए रैंडम टेस्ट कराए जाने चाहिए।

सर्कुलक में कहा गया है कि कोई भी छात्र जिसमें कोविड के लक्षण दिखाई देंगे, उसे आइसोलेट किया जाएगा और रैपिड एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा। यदि रिपोर्ट निगेटिव है, तो उनका आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार, आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाना चाहिए।

यह भी निर्देश दिया गया है, कुल टेस्टों में से 30 प्रतिशत रैपिड एंटीजन और 70 प्रतिशत आरटी-पीसीआर होना चाहिए। छात्र समुदाय के साथ-साथ सभी हेल्थ वर्कर, वृद्ध, बीमार, पैरामेडिक्स और नसिर्ंग कॉलेज के कर्मचारियों और छात्रों को कोविड टेस्ट से गुजरना होगा।

होटल और रेस्तरां के कर्मचारी, मॉल के दुकानदार, बाजार, रसोइयां, डिलीवरी स्टाफ, औद्योगिक कर्मचारी, कार्यालय के कर्मचारी, पब और बार के कर्मचारी, मॉल, सिनेमा हॉल में परिचारक, भीड़ में रहने वाले और आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्यकर्ता को भी 15 दिनों में एक बार रैंडम टेस्ट कराना होगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.