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दुनिया में बढ़ रहे कोविड एक्सई वेरिएंट के मामले, कर्नाटक में ली गई तकनीकी सलाह

दुनिया में बढ़ रहे कोविड एक्सई वेरिएंट के मामले, कर्नाटक में ली गई तकनीकी सलाह

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IANS
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K Sudhakar

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने सोमवार को कोविड-19 तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के साथ बैठक के बाद लोगों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनकी सभी टीकाकरण खुराक जल्द से जल्द पूरी हो जाएं, क्योंकि दुनिया के कुछ देशों में कोविड-19 के एक्सई वेरिएंट से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुधाकर ने कहा कि चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और जर्मनी समेत आठ देशों में एक्सई संस्करण के मामलों में वृद्धि हुई है।

बैठक के बाद सुधाकर ने कहा कि टीएसी ने इन आठ देशों से आने वाले यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग, सख्त निगरानी और 7-10 दिनों की अवधि के लिए अनिवार्य आइसोलेशन का सुझाव दिया है।

राज्य सरकार जल्द ही इसको लेकर गाइडलाइन जारी करेगी।

इसके अलावा, सुधाकर ने लोगों से मास्क पहनने का आग्रह करते हुए कहा कि आईआईटी-कानपुर ने जून और जुलाई के आसपास एक और कोविड लहर की भविष्यवाणी की है।

सुधाकर ने कहा, 60 प्लस श्रेणी के तहत कुल 4.77 करोड़ (98 प्रतिशत) लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है और केवल 49 प्रतिशत लोगों ने एहतियाती खुराक ली है। मैं सभी से सभी खुराक पूरी करने का आग्रह करता हूं।

उन्होंने कहा कि 15-17 आयु वर्ग में 30,00,000 में से 25,11,407 लोगों ने टीका लिया है, जो 79 प्रतिशत है और केवल 65 प्रतिशत ने दूसरी खुराक ली है।

12-14 आयु वर्ग में केवल 13,96,000 बच्चों को ही 20,000,000 में से 69 प्रतिशत टीका प्राप्त हुआ है। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों का टीकाकरण कराने की अपील की।

चूंकि छोटे बच्चों के लिए कोई टीके नहीं हैं, सुधाकर ने कहा कि टीएसी की सिफारिश के अनुसार राज्यभर में 5,000 बच्चों का परीक्षण किया जाएगा।

उन्होंने कहा, हमें कुछ अस्पतालों द्वारा टीकों के लिए अधिक शुल्क लेने की शिकायतें मिली हैं। सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। एक उच्च स्तरीय बैठक हुई है और इस संबंध में एक समिति का गठन किया गया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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