Advertisment

इसरो ने जीसैट-30 को परिचालन कक्षा के नजदीकी कक्षा में स्थापित किया

इस उपग्रह को 17 जनवरी को फ्रेंच गुयाना से एरियन 5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था. अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रणोदन प्रणाली के संचालन की कुल अवधि दो घंटे 29 मिनट थी.

author-image
Sushil Kumar
New Update
तीसरे सर्जिकल स्ट्राइक में बहुत महत्‍वपूर्ण रोल निभाएगा ISRO का यह 'जासूस'

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा है कि उसने सोमवार को संचार उपग्रह जीसैट-30 को उसकी परिचालन कक्षा के निकटस्थ कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है. इस उपग्रह को 17 जनवरी को फ्रेंच गुयाना से एरियन 5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था. अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रणोदन प्रणाली के संचालन की कुल अवधि दो घंटे 29 मिनट थी.

इसके साथ ही इसरो ने परिचालन कक्षा के नजदीकी कक्षा में उपग्रह को स्थापित करने में कामयाबी हासिल की है. इसरो ने एक बयान में बताया, “उपग्रह के सौर पैनल और एंटेना को लगा दिया गया है और उपग्रह को 35,826 किमी के भूसमीपक (पृथ्वी से निकटतम बिंदु) और 35,913 किमी के ऐपजी (पृथ्वी से दूरस्थ बिंदु) तथा 0.11 डिग्री के झुकाव के साथ एक कक्षा में स्थापित किया गया है.” जीसैट-30 की कार्य अवधि 15 साल है और यह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए एक परिचालन संचार उपग्रह है. 

Source : Bhasha

satalite isro GSAT-30
Advertisment
Advertisment
Advertisment