इसरो ने बुधवार को इस मिशन को लेकर एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'हम सबसे रोमांचक मिशनों में से एक चंद्रयान 2 के लिए तैयार हैं. इसे 9-16 जुलाई के बीच लॉन्च किया जाएगा और चांद पर 6 सितंबर को इसके लैंड होने की उम्मीद है. चंद्रयान 2 में जीएसएलवी मार्क 3 रॉकेट तीन मॉड्यूलों को लेकर जाएगा. इसमें आर्बिटर (कक्षा में चक्कर लगाने वाला सैटेलाइट), विक्रम नाम का लैंडर और प्रज्ञान नाम का रोवर शामिल हैं.'
बता दें कि चंद्रयान-2 के जरिए भारत की कोशिश दुनिया को चांद की सतह पर अपनी सॉफ्ट लैंडिंग कराने की पावर दिखाने की भी है. चंद्रयान-2 चांद की सतह पर भारत के ध्वज और प्रतीक का स्थायी छाप छोड़ेगा.