/newsnation/media/post_attachments/images/2019/09/06/sivan-17.jpg)
इसरो अध्यक्ष के सिवन (फाइल फोटो)
इसरो (ISRO-Indian Space Research Organisation) का चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) आज इतिहास रचने वाला है. भारत के इस मून मिशन पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं. इसी क्रम में इसके इसरो (ISRO) के अध्यक्ष ने कहा, हम चंद्रयान-2 को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. इसे लेकर किसी प्रकार की कोई परेशानी है.
यह भी पढ़ेंःबांग्लादेश की महिला टीम ने T20 World Cup 2020 के लिए किया क्वालिफाई, आयरलैंड को 4 विकेट से हराया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) के अध्यक्ष के सिवन (K Sivan) ने कहा, हम चंद्रयान की लैंडिंग को लेकर पूरी तरह निश्चिंत हैं. आज रात चंद्रयान-2 चांद्र की सतह पर उतरेगा. पूरे देश को चंद्रयान-2 की लैंडिंग का इंतजार है.
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chairman K Sivan to ANI on #Chandrayaan2Landing: We're going to land at a place where no one else has gone before. We're confident about the soft landing. We're waiting for tonight. (File pic) pic.twitter.com/rfBLWnKgJp
— ANI (@ANI) September 6, 2019
वहीं, इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने कहा, अगर चंद्रयान-1 की तुलना चंद्रयान-2 से करते हैं तो इनमें बुनियादी अंतर है. यहां हम सॉफ्ट लैंडिंग कर रहे हैं. चंद्रयान-1 में हम पीएसएचवी (PSLV) का उपयोग किया था और चंद्रयान-2 में GSLV Mk III का प्रयोग कर रहे हैं. GSLV Mk III की क्षमता ज्यादा है.
यह भी पढ़ेंःचंद्रयान-2 को लेकर ममता बनर्जी ने दिया विवादित बयान, कहा-आर्थिक बदहाली से ध्यान भटकाने की कोशिश
बता दें कि 22 जुलाई को शुरू हुआ चांद तक का सफर आज मध्य रात्री के बाद यानी 7 सितंबर के भोर में पूरा होने के कगार पर होगा.चंद्रयान 2 शनिवार भोर में करीब 1.30 से 2.30 बजे तक चांद के साउथ पोल पर सॉफ्च लैंडिंग करेगा. जबकि लैंडर विक्रम में से रोवर प्रज्ञान सुबह करीब 5.30 से 6.30 के बीच में बाहर आ जाएगा. प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर एक लूनर डे (चांद का एक दिन) में ही कई प्रयोग करेगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चांद का एक दिन धरती के 14 दिनों के बराबर होता है. लेकिन आपको बता दें कि चांद पर लैंडर के उतरने से पहले 15 मिनट का समय काफी अहम होगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो