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इसरो का आदित्य-एल1 मिशन इस साल हो सकता है लॉन्च

इसरो का आदित्य-एल1 मिशन इस साल हो सकता है लॉन्च

Updated on: 28 Jan 2022, 11:35 PM

नई दिल्ली:

इसरो का आदित्य-एल1 मिशन, जो सूर्य का अध्ययन करेगा, इस साल लॉन्च होने की संभावना है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के पूर्व प्रमुख ए. एस. किरण कुमार ने शुक्रवार को यह बात कही।

उन्होंने कहा, मार्स ऑर्बिटर मिशन ने मंगल का अध्ययन करते हुए 7 साल पूरे कर लिए हैं। एस्ट्रोसैट मिशन पहला समर्पित खगोलीय उपरिकक्ष है, जिसे भारत ने कक्षा में रखा है। यह कई राष्ट्रीय संस्थानों के बीच एक बड़ा सहयोग है और इसने खगोलीय अनुसंधान में बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण अध्ययनों के लिए डेटा प्रदान किया है।

उन्होंने 24 से 28 जनवरी तक आयोजित अंतरिक्ष विकिरण कार्यशाला: सूर्य से पृथ्वी, चंद्रमा, मंगल और इससे परे विषय पर भारत-अमेरिका कार्यशाला में कहा, चंद्रयान 2 ऑर्बिटर स्वस्थ है और सभी पेलोड चालू हैं। अंतरिक्ष यान कई और वर्षों तक क्रियाशील रह सकता है। अब तक प्राप्त आंकड़ों के परिणामस्वरूप पहले ही कई प्रकाशन हो चुके हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में, इसरो और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए या जेक्सा) एक चंद्र अन्वेषण मिशन पर सहयोग करेंगे।

कार्यशाला को इंडो-यूएस साइंस एंड टेक्नोलॉजी फोरम द्वारा समर्थित किया गया और आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (एआरआईईएस), नैनीताल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान और भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), पुणे द्वारा आयोजित किया गया।

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में गतिविधियों के हिस्से के तौर पर पांच दिवसीय कार्यशाला में प्रत्येक दिन के लिए एक विषय निर्धारित था, जिसमें पृथ्वी, वायु और अंतरिक्ष उड़ान, अन्वेषण, अंतरिक्ष विकिरण और जीव विज्ञान, अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता और अवसर जैसे विषयों को कवर किया गया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.