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भारत ने रक्षा क्षेत्र में गढ़े,नए आयाम, मानव रहित लड़ाकू विमान का सफल परीक्षण 

भारत अब रक्षा क्षेत्र में नए पैमाने गढ़ रहा है. शुक्रवार को उसने मानव रहित लडाकू विमान के विकास में बड़ी सफलता हासिल की है. डीआरडीओ अधिकारी ने बताया कि इसका सफल परीक्षण कर्नाटक के चित्रदुर्ग में किया गया.

Updated on: 01 Jul 2022, 06:15 PM

highlights

  • मानव रहित लडाकू विमान के विकास में बड़ी सफलता हासिल की है
  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता को लेकर शुभकांमनाएं दीं

 

नई दिल्ली:

भारत अब रक्षा क्षेत्र में नए पैमाने गढ़ रहा है. शुक्रवार को उसने मानव रहित लडाकू विमान के विकास में बड़ी सफलता हासिल की है. डीआरडीओ अधिकारी ने बताया कि इसका सफल परीक्षण कर्नाटक के चित्रदुर्ग में किया गया. स्वदेशी फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर की पहली उड़ान आज वैमानिकी परीक्षण रेंज में हुई. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता को लेकर शुभकांमनाएं दीं. उन्होंने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'इससे जटिल मिलिट्री सिस्टम में आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त होगा.' DRDO के अंतर्गत बेंगलुरु स्थित रिसर्च लैब एयरोनाटिकल डेवलपमेंट एस्टैबलिशमेंट ने इसे तैयार किया है. एयरक्राफ्ट के लिए उपयोग एयरफ्रेम, एवियोनिक सिस्टम व अन्य चीजों का निर्माण देश में ही किया गया है. 

'अभ्यास' का हुआ सफल परीक्षण

ओडिसा के चांदी में भी इससे पहले बुधवार को मानव रहित विमान 'अभ्यास' का सफल परीक्षण किया गया. इस विमान ने कम ऊंचाई पर उड़ान भरी. परीक्षण की निगरानी आईटीआर द्वारा तैनात रडार इलेक्ट्रो टारगेटिंग सिस्टम समेत कई तरह के उपकरणों के जरिये की गई. 

 

DRDO के प्रतिष्ठान में तैयार डिजाइन 

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 'अभ्यास' का डिजाइन तैयार किया है. विमान को विकसित भी किया है. विमान पूरी तरह से स्वचालित उड़ान भर सकता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को ‘अभ्यास' के सफल उड़ान को लेकर शुभकामनाएं दीं. ऐसा कहा जा रहा है कि इस प्रणाली के विकास से रक्षा क्षेत्र में कई लक्ष्यों को बल मिल सकेगा.