हेल्थ और फिटनेस एप उद्योग में साल 2016 से 2017 के दौरान दुनिया भर में 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि 2014 से लेकर 2016 तक (तीन सालों में) इसके प्रयोग में 330 फीसदी की विशाल वृद्धि दर्ज की गई थी।
वैश्विक मोबाइल सर्वेक्षण कंपनी फ्लरी फ्राम ओथ द्वारा किए गए सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है। इसमें गिरावट को समझने के लिए हेल्थ और फिटनेस बाजार को चार उप-श्रेणियों में बांटा गया जिसमें वर्कआउट और वेट लॉस, जनरल हेल्थ, न्यूट्रिशन, और स्टूडियो व फिटनेस सामग्री शामिल है।
शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि वर्कआउट और वेट लॉस' की साल-दर- साल वृद्धि दर में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। यह 2015 में 67 फीसदी थी, जो 2016 में घटकर 11 फीसदी रह गई।
इस दौरान 'न्यूट्रिशन' एप में 26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 'स्टूडियो व फिटनेस' एप में 2016 में 49 फीसदी की वृद्धि दर दर्ज की गई। हालांकि 'जनरल हेल्थ' श्रेणी के एप की वृद्धि दर पिछले दो सालों से 41 फीसदी पर स्थिर हैं।
DRDO ने एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'नाग' का किया सफल परीक्षण
इसके अलावा सर्वेक्षण से पता चला कि यूजर्स अपने फिटनेस एप के प्रति काफी प्रतिबद्ध होते हैं और हेल्थ और फिटनेस एप इस्तेमाल करने वाले 96 फीसदी यूजर्स कम से कम एक हेल्थ और फिटनेस एप का प्रयोग जरूर करते हैं।
प्रो कबड्डी लीग के सीजन-5 में यूपी-गुजरात और हरियाणा-पटना दोनो मैच रही टाई
Source : IANS