इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना मंत्रालय ने अपने चिप्स टू स्टार्टअप (सीटूएस) कार्यक्रम के तहत 100 अकादमिक, अनुसंधान एवं विकास संगठनों, स्टार्ट-अप्स और एमएसएमई से आवेदन मांगे हैं।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में बड़े पैमाने पर एकीकरण और एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले और योग्य इंजीनियरों को प्रशिक्षित करने के अलावा 175 एप्लिकेशन स्पेसिफिक इंटीग्रेटेड स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट के विकास को बढ़ावा देना है।
सरकार का कहना है कि यह स्नातक, परास्नातक और अनुसंधान स्तर पर एसओसी/सिस्टम स्तर डिजाइन की संस्कृति को विकसित करने के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और विनिर्माण (ईएसडीएम) अंतरिक्ष में जाने की दिशा में एक कदम होगा। यह फैबलेस डिजाइन और इसके विकास में शामिल स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा।
यह कार्यक्रम आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, सरकारी/निजी कॉलेजों और अनुसंधान एवं विकास संगठनों सहित देश भर के लगभग 100 शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास संगठनों में लागू किया जाएगा।
कार्यक्रम के तहत, संस्थानों की विशेषज्ञता, प्रौद्योगिकी तैयारी स्तर (टीआरएल) और पहले के एसएमडीपी कार्यक्रमों के दौरान प्राप्त डिजाइन अनुभव के आधार पर, तीन अलग-अलग श्रेणियों में प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं ।
वैज्ञानिक सोसायटी सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) इस कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी। चिप्स टू स्टार्टअप वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन 31 जनवरी तक किए जा सकते हैं।
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Source : IANS