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भारतीय वैज्ञानिक आशिमा चटर्जी के 100वें जन्मदिन पर गूगल ने समर्पित किया डूडल

गूगल आज भारत की महान वैज्ञानिक आशिमा चटर्जी का 100वां जन्मदिन मना रहा है। गूगल ने अपना डूडल उन्हें समर्पित किया है।

गूगल आज भारत की महान वैज्ञानिक आशिमा चटर्जी का 100वां जन्मदिन मना रहा है। गूगल ने अपना डूडल उन्हें समर्पित किया है।

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vinita singh
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भारतीय वैज्ञानिक आशिमा चटर्जी के 100वें जन्मदिन पर गूगल ने समर्पित किया डूडल

भारतीय वैज्ञानिक असीमा चटर्जी (फाइल फोटो)

सर्च इंजन गूगल आज भारत की महान वैज्ञानिक आशिमा चटर्जी का 100वां जन्मदिन मना रहा है। इस अवसर पर गूगल ने अपना डूडल उन्हें समर्पित किया है।

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23 सितंबर 1917 को जन्मी आशिमा चटर्जी प्रख्यात भारतीय केमिस्ट थी और भारतीय यूनिवर्सिटी से साइंस में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला भी थी।

गूगल के ब्लॉग के अनुसार, '1936 में कलकत्ता यूनिवर्सिटी से ऑर्गेनिक रसायनशास्त्र विषय में ग्रेजुएशन (ऑनर्स) करने के बाद आशिमा ने 1944 में डॉक्टरेट की उपाधि भी हासिल कीं। डॉक्टर चटर्जी ने मुख्य रूप से भारत के पौधों के औषधीय गुणों का अध्ययन किया।'

ब्लॉग में आगे लिखा है, 'डॉक्टर आशिमा ने वेनेका अल्कॅलॉइड्स (vinca alkaloids) को रिसर्च के लिए चुना और कई गंभीर बिमारियों में इसके उपयोग को साबित किया। आज के दौर मे वेनेका अल्कॅलॉइड्स का ही इस्तेमाल कीमोथेरेपी के लिए किया जाता है। यह शरीर की कोशिकाओं में फैलकर कैंसर के फैलने की गति को काफी धीमा कर देता है।'

डॉक्टर आशिमा चटर्जी के रिसर्च से मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी की दवा तैयार करने में सफलता हासिल हुई। विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए उन्हें इंडियन सांइस कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष बनने का मौका मिला। भारत सरकार ने 1975 में उन्हें पद्भूभूषण से सम्मानित किया।

महान शोधकर्ता डॉक्टर आशिमा का साल 2006 में 90 साल की उम्र में देहांत हो गया। उनकी एक बेटी हैं, जिनका नाम जुलिया है। उनकी शादी डॉ बरदानंद चटर्जी से हुई थी।

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Source : News Nation Bureau

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