आज Google मना रहा अपना 21वां Birthday, बनाया ये खास Doodle
आज के समय में अगर आपको कुछ भी खोजना होता है तो गूगल पर ही हर इंसान सबसे पहले सर्च करता है. चाहे आप रास्ता भटक गए हों या रात में कौन से केमिस्ट की दुकान खुली मिलेगी. ये सब गूगल ही आपको बताता है.
highlights
- गूगल ने अपने 21 वें जन्मदिन पर बनाया खास डूडल.
- आज गूगल 100 भाषाओं में ऑपरेट कर रहा है.
- अक्टूबर 2016 तक गूगल के 40 देशों में 70 ऑफिस हैं.
नई दिल्ली:
Google's 21st Birthday: आज Google अपना 21वां जन्म दिन मना रहा है. इस खास मौके पर Google ने Doodle बनाया है. गूगल ने डूडल बनाकर अपनी 20 साल के सफर दिखाया है. गूगल के बनाए हुए डूडल में एक पुराना कम्प्यूटर दिखाया गया है. इसके नीचे एक डेट दी गई है जिस पर लिखा है 98-9-27 यानि कि साल 1998 में गूगल ने दुनिया में जन्म लिया था. धुंधले से बने एक फोटोग्राफ में कम्पूयटर के अंदर लिखकर आ रहा है Google!. इस कंप्यूटर के साथ अटैच है, एक प्रिंटर और एक माऊस.
आज के समय में अगर आपको कुछ भी खोजना होता है तो गूगल पर ही हर इंसान सबसे पहले सर्च करता है. चाहे आप रास्ता भटक गए हों या रात में कौन से केमिस्ट की दुकान खुली मिलेगी. ये सब गूगल ही आपको बताता है.
यह भी पढ़ें: UN के मंच से पीएम नरेंद्र मोदी का पंच, क्या झेल पाएगा पाकिस्तान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज गूगल 100 भाषाओं में ऑपरेट कर रहा है. अक्टूबर 2016 तक गूगल के 40 देशों में 70 ऑफिस हैं.
बता दें कि 1998 में पीएचडी के दो स्टूडेंट्स के दिमाग में लार्ज स्केल सर्च इंजन बनाने का Idea आया था. इंटरनेट सर्च इंजन के तौर पर आज भी गूगल सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है. 1998 में लैरी पेज और सर्जी बेन ने गूगल की नींव रखी थी.
यह भी पढ़ें: दंतेवाड़ा उपचुनाव के लिए मतगणना जारी, शुरुआती रुझानों में कांग्रेस आगे
आपको बता दें कि इन दोनों पीएचडी स्टूडेंट्स ने लिखा था कि इस नए सर्च इंजन का नाम गूगल इसलिए रखा गया क्योंकि गूगल की स्पेलिंग 10100 या बाइनरी डिजिट के बराबर मानी जाती है है. ये स्पेलिंग और संख्या लार्ज स्केल सर्च इंजन के हर उद्देश्य को पूरा करती है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें