बाल दिवस के मौके पर भारत की छात्रा अनविता ने इस साल हुई “Doodle 4 Google” प्रतियोगिता जीत कर देश का नाम रौशन किया है। अनविता कक्षा 6 की छात्रा हैं। इस प्रतियोगिता में अनविता के अलावा विशाखापट्नम की शिरीषा ग्रुप वन की विनर रहीं और रांची के आकाशदीप ग्रुप तीन के विजेता बने हैं। प्रतियोगिता का विषय था 'अगर मुझे इस देश को कुछ सीखाना हुआ तो क्या सिखाऊंगा/सिखाऊंगी'।
तीनों विजेताओं ने विषय से संबंधित डूडल बना कर संदेश दिया। आकाशदीप ने जल संरक्षण और शिरीषा ने प्रदूषण रोकने के लिए इनडोर गार्डनिंग करने का संदेश दिया। अन्विता ने अपने बनाए डूडल के जरिए संदेश दिया है कि आजकल तनाव से भरी ज़िंदगी में बेहद छोटी सी चीज भी हमें बड़ी खुशी दे सकती हैं।
इस प्रतियोगिता में देश के 50 शहरों से एंट्री आई थी।
कैसे हुई प्रतियोगिता
प्रतिभागियों को तीन समूह में बांटा गया। पहले समूह में कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को रखा गया है। दूसरे समूह में कक्षा 4 से 6 तक के छात्र और समूह तीन में कक्षा 7 से 10 तक के छात्रों को शामिल किया गया था।
इन प्रतिभागियों को दो राउंडस में जज किया गया। पहले राउंड में आर्ट स्कूल के समूह ने जज किया तो दूसरे राउंड में गूगल के राष्ट्रीय कार्टूनिस्ट अजित निनान, कला निर्देशक सैवियो मैस्करेनहास आदि ने जज किया।
दो राउंड के बाद चुने गए प्रतिभागियों का विवरण ऑनलाइन वोटिंग के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर डाला गया। 1 से 10 तारीख तक ऑनलाइन वोटिंग हुई और फिर 12 फाइनलिस्ट में से विजेता चुना गया।
क्यों मनाया जाता है बाल दिवस
बाल दिवस भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के जन्म दिवस के दिन हर साल 14 नवम्बर मनाया जाता हैं | चाचा नेहरू बच्चों से बहुत प्यार करते थे। वे बच्चो को भी अति प्रिय थे बच्चो को स्नेह देते थे उनका जन्म दिन बच्चो को समर्पीत था ,वे बच्चो के भविष्य के बारे में बहुत कुछ सोचते थे और वे बच्चो को ही देश की सम्पति समझते थे उनका मनना था कई अगर देश का भविष्य सुधारना हैं तो बच्चो का भविष्य सुधारना अति आवस्यक है|
Source : News Nation Bureau