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क्या पृथ्वी पर जीवन एलियंस की देन है? मिलिए पृथ्वी के जुड़वा ग्रह से

क्या पृथ्वी पर जीवन एक प्राकृतिक प्रक्रिया रही है या फिर हमारे पूर्वज कोई एलियन थे जिन्होनें पृथ्वी पर जीवन बसाने के लिए हमें एक टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह प्रयोग किया, जहां हमारे पूर्वज टेस्ट ट्यूब बेबी और पृथ्वी वो प्रयोगशाला रही हो।

क्या पृथ्वी पर जीवन एक प्राकृतिक प्रक्रिया रही है या फिर हमारे पूर्वज कोई एलियन थे जिन्होनें पृथ्वी पर जीवन बसाने के लिए हमें एक टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह प्रयोग किया, जहां हमारे पूर्वज टेस्ट ट्यूब बेबी और पृथ्वी वो प्रयोगशाला रही हो।

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vineet kumar1
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क्या पृथ्वी पर जीवन एलियंस की देन है? मिलिए पृथ्वी के जुड़वा ग्रह से

मिलिए पृथ्वी के जुड़वा ग्रह से

क्या पृथ्वी पर जीवन एक प्राकृतिक प्रक्रिया रही है या फिर हमारे पूर्वज कोई एलियन थे जिन्होनें पृथ्वी पर जीवन बसाने के लिए हमें एक टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह प्रयोग किया, जहां हमारे पूर्वज टेस्ट ट्यूब बेबी और पृथ्वी वो प्रयोगशाला रही हो।

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ये सारे कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं क्यूंकि हाल ही में हुई खोजों ने सोच के नए द्वार खोल दिए हैं। लोगों में ये धारणा भी जन्म ले रही है कि शायद डायनासोर किसी धूमकेतु के टकराने कि वजह से नहीं बल्कि किसी एलियन हमले की वजह से विलुप्त हुए हैं ताकि पृथ्वी को एक प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल किया जा सके, और मनुष्य की प्रजाति को यहां बसाने की कोशिश की गई।

दरअसल यह सारे कयास पृथ्वी के सबसे करीबी जीवन की संभावना वाले ग्रह की खोज के बाद लगाए जा रहें हैं।

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एक नई स्टडी के अनुसार एक नए ग्रह रॉस 128बी की खोज हुई है जो आकर और तापमान में बिल्कुल पृथ्वी की तरह है। यही नहीं इसकी भौगोलिक स्थितियां भी पृथ्वी से मेल खाती हैं।

इस नए ग्रह की खोज यूरोपियन साउथर्न ऑब्जर्वेटरी की हाई एक्यूरेसी रेडियल वेलोसिटी प्लनेट सर्चर (हार्प्स) संस्था ने की है।

यह ग्रह भी पृथ्वी की तरह ही एक बड़े लाल तारे की परिक्रमा करता है। यह पृथ्वी से मात्र 11 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। वर्तमान टेक्नॉलजी के आधार पर हमें इस ग्रह पर पहुंचने में 141,000 वर्ष लगेंगे।

हालांकि वर्तमान में इस ग्रह की दूरी 11 प्रकाश वर्ष है पर यह लगातार पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। लगभग 79,000 वर्षों यह सबसे करीब आ जाएगा।

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Source : News Nation Bureau

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