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स्पेस एक्स अपनी पिछली लांचिंग के वक्त कैनेडी स्पेस स्टेशन पर.
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कुल 152 लोगों की अस्थियों को खास पैकिंग में बंद कर कुछ कंटेनर्स में रख कर अंतरक्ष में भेजा जा रहा है. इसे 'फ्यूनरल फ्लाइट' का नाम दिया गया है.
स्पेस एक्स अपनी पिछली लांचिंग के वक्त कैनेडी स्पेस स्टेशन पर.
'स्पेस एक्स' 24 जून की देर रात अपने तीसरे भारी 'फॉल्कन रॉकेट' के लांच की तैयारियों में व्यस्त है. इस बार इसके जरिए 24 सैटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़े जाएंगे. साथ ही सोमवार की देर रात एक बहुत ही अनूठा कार्गो भी अंतरिक्ष में भेजा जा रहा है. यह कार्गो है मानव अस्थियों के रूप में. कुल 152 लोगों की अस्थियों को खास पैकिंग में बंद कर कुछ कंटेनर्स में रख कर अंतरक्ष में भेजा जा रहा है. इसे 'फ्यूनरल फ्लाइट' का नाम दिया गया है.
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सेलेस्टिस मेमोरियल स्पेस फ्लाइट्स शुरू की सेवा
इस अनूठे कार्गो को अंतरिक्ष में भेजने के पीछे सेलेस्टिस मेमोरियल स्पेस फ्लाइट्स का दिमाग है. कंपनी ने रॉकेट में सबसे पहले तो उपलब्ध जगह में से कुछ को इस उद्देश्य से खरीद लिया. फिर खास धातु से बने कैप्सूल में इच्छुक लोगों के प्रियजनों की मानव अस्थियां इन स्थानों में रखकर अंतरिक्ष में भेजने की योजना लांच की. इसके लिए कंपनी प्रति ग्राम साढ़े तीन लाख रुपए ले रही है.
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सैटेलाइट के जरिए भेजे जा रहे मानव अस्थियां सहेजे कैप्सूल
मानव अस्थियों से भरे सभी कैप्सूल एक सैटेलाइट के भीतर रखे गए हैं. यह सैटेलाइट अंतरिक्ष में अपनी उम्र पूरी होने तक चक्कर लगाता रहेगा. खास बात यह है कि यह कैप्सूल बाहर से 'टाइम कैप्सूल' की तरह ही होंगे. यानी उनके ऊपर अस्थियां किसकी हैं, क्या करता था, कहां का रहने वाला है जैसी जानकारियां दर्ज होंगी. इसके साथ ही अंग्रेजी में 'रीच फॉर द स्टार्स' और 'स्पेस ट्रकइन फॉरएवर' जैसे वाक्य गढ़े होंगे.
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अब तक 15 रॉकेट अलग-अलग ले जा चुके हैं मानव अस्थियां
ऐसा भी नहीं है कि फॉल्कन स्पेस फ्लाइट के जरिये पहली बार मानव अस्थियां अंतरिक्ष में भेजी जा रही हैं. 1994 से इस क्षेत्र में सक्रिय सेलेस्टिस अब तक 15 अलग-अलग रॉकेटों से मानव अस्थियां अंतरिक्ष में भेज चुकी है. इनमें से कुछ मानव अस्थियां पृथ्वी के चक्कर लगा रही हैं, तो एक तो चांद तक जा पहुंची है. इनमें से कुछ मानव अस्थियां अजीम शख्सियतों की हैं. मसलन लोकप्रिय फंतासी धारावाहिक 'स्टार ट्रेक' फेम अभिनेता जेम्स डूहान की मानव अस्थियां अंतरिक्ष की सैर कर रही हैं. जेम्स की 2005 में मौत हो गई थी. हालांकि उस वक्त मानव अस्थियों को अंतरिक्ष में भेजने की कीमत साढ़े 8 लाख रुपए प्रति ग्राम के आसपास थी.
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