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चंद्रयान-2 विफल होने के सौगत राय के दावे को वित्त मंत्री ने खारिज किया

लोकसभा में वर्ष 2019-20 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के प्रथम बैच पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि अत्याधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में किस प्रकार से प्रयोग होते हैं, यह समझने की जरूरत है.

Updated on: 04 Dec 2019, 08:45 PM

संसद:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चंद्रयान-2 के विषय पर तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय की टिप्पणी को खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि इसरो का यह एक ऐसा प्रयास था जिस पर दुनिया और हम सभी को गर्व है . लोकसभा में वर्ष 2019-20 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के प्रथम बैच पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि अत्याधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में किस प्रकार से प्रयोग होते हैं, यह समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर चंद्रयान-2 की हार्ड लैंडिंग हुई तो इसे विफलता कैसे कहा जा सकता है.’’ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की प्रशंसा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘इसरो का यह ऐसा प्रयास है, जिस पर हम सभी को गर्व है, पूरी दुनिया को गर्व है.’’

इससे पहले, चर्चा में भाग लेते हुए सौगत राय ने अंतरिक्ष विभाग को अतिरिक्त धन दिये जाने के सरकार के फैसले पर आपत्ति जताते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 मिशन ‘विफल’ रहा और चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हुई और इससे देश का नाम खराब हुआ. राय ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों की सरकार को खिंचाई करनी चाहिए. राय की इस टिप्पणी पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और भाजपा के एक सदस्य को कहते सुना गया कि तृणमूल सांसद को चंद्रयान-2 पर अपने बयान को वापस लेना चाहिए. इस पर राय ने कहा कि वह बयान वापस नहीं लेंगे.

पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का अच्छा इतिहास रहा है और सदस्य को इस बारे में पता होना चाहिए. गौरतलब है कि नासा ने कल ही इस बात की पुष्टि की थी कि सात सितंबर के तड़के चंद्रयान-2 मिशन ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर हार्ड लैंडिंग की थी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास किया था. हालांकि तय समय से कुछ क्षण पहले इसरो का विक्रम से संपर्क टूट गया था.