दुनिया की अग्रणी मैसेजिंग एप फेसबुक (Facebook) जल्द ही आपके दिमाग को पढ़ने वाला डिवाइस ला रहा है. Facebook इस तकनीक पर काम कर रहा है. 2017 के डेवेलपर कॉन्फ्रेंस के दौरान कंपनी ने ब्रेन रीडिंग का आईडिया रखा था और अब कंपनी ने एक अपडेट जारी किया है जिसमें कहा गया है कि ये प्रोजेक्ट आगे बढ़ रहा है.
Facebook का एक डिविजन हार्डवेयर पर काम करता है. इसे Facebook Reality Labs कहा जाता है. नेचर कम्यूनिकेशन जर्नल के जरिए ये दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे रिसर्चर्स इंसान के दिमाग से सीधे स्पीच को कंप्यूटर के स्क्रीन पर लेकर आ गए हैं.
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इस रिसर्च के लिए तीन मरीजों के साथ काम किया गया है. ये वो लोग हैं जिनका Epilepsy का इलाज चल रहा था. इनके दिमाग में इलेक्ट्रोड इंप्लांट करके शोध करने वालों ने वर्षों बिताए हैं. शोधकर्ताओं ने कहा है कि यह शोध उन लोगों के लिए फायदेमेंद साबित होगी जो ब्रेन इंजरी की वजह से बोल नहीं सकते. इनके लिए कम्यूनिकेशन डिवाइस बनाई जा सकेगी.
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Facebook के AR/VR वाइस प्रेसिडेंट Andrew Bosworth (Boz) ने एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने कहा है, 'आज हम नॉन इनवेसिव वेयरेबल डिवाइस पर किए जा रहे काम का एक अपडेट शेयर कर रहे हैं. ये ऐसी डिवाइस है जो ये पता लगा पाएगी कि आप क्या सोच रहे हैं. हमारा प्रोग्रेस असली संभावना दिखाता है कि फ्यूचर में AR ग्लास के साथ कैसे इंटरऐक्शन हो सकता है.’
Facebook की ओर से यह भी साफ किया गया है कि ये टेक्नॉलजी ग्राहकों के लिए अभी नहीं आएगी. क्योंकि अभी ब्रेन रीडिंग टेक्नॉलजी का डेवेलपमेंट अपने शुरुआती दौर में है और यह अभी पहले कदम की तरह है.
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Space X और Tesla के फाउंडर Elon Musk ने हाल ही में एक टेक्नॉलजी का प्रदर्शन किया है. इसके तहत उन्होंने कहा है कि इंसान के दिमाग में एक चिप लगाई जाएगी और इसे मोबाइल फोन के जरिए कंट्रोल किया जा सकेगा. इसका भी यूज इलाज के लिए किया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह की ब्रेन रीडिंग टेक्नॉलजी पर गूगल भी काम कर रही है.