नियमों का उल्लंघन करने वाले ग्रुप्स को लेकर Facebook सख्त
फेसबुक ने अपने रुचि-आधारित मंचों (इंटरेस्ट-बेस्ड फोरम) को रोकने के लिए नए उपायों की घोषणा की है, जिन्हें हानिकारक सामग्री फैलाने वाले ग्रुप्स कहा जाता है. उदाहरण के तौर पर नफरत करने वाले भाषण (हेट स्पीच) और गलत सूचना.
नई दिल्ली:
फेसबुक (Facebook) ने अपने रुचि-आधारित मंचों (इंटरेस्ट-बेस्ड फोरम) को रोकने के लिए नए उपायों की घोषणा की है, जिन्हें हानिकारक सामग्री फैलाने वाले ग्रुप्स कहा जाता है. उदाहरण के तौर पर नफरत करने वाले भाषण (हेट स्पीच) और गलत सूचना. अमेरिका में विरोध प्रदर्शनों से जुड़े ग्रुप्स के लिए सोशल नेटवर्किं ग प्लेटफॉर्म की आलोचना के बाद यह उपाय सामने आए हैं, जिसके बाद इस साल की शुरूआत में अमेरिका की राजधानी में हिंसा देखी गई थी. फेसबुक में इंजीनियरिंग मामलों के उपाध्यक्ष टॉम एलिसन ने बुधवार को एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "हम जानते हैं कि जब हम कंटेंट को बढ़ा रहे हैं या अनुशंसित कर रहे हैं तो हमारे पास एक बड़ी जिम्मेदारी है." फेसबुक ने कहा कि ये नए बदलाव आने वाले महीनों में वैश्विक स्तर पर सामने आएंगे.
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सोशल नेटवर्किं ग की दिग्गज कंपनी ने कहा कि जब कोई ग्रुप या समूह उसके नियमों का उल्लंघन करना शुरू करता है, तो वह अब उन्हें रेकमेन्डेशन (सिफारिश) में कम दिखाना शुरू कर देगी, जिसका अर्थ है कि यह संभावना कम ही होगी कि लोग उन्हें खोज पाएंगे.
यह न्यूज फीड में कंपनी के दृष्टिकोण के समान है, जहां प्लेटफॉर्म निम्न गुणवत्ता वाली पोस्ट को और नीचे दिखाता है, इसलिए बहुत कम लोग उन्हें देख पाते हैं. एलिसन ने कहा, "हम मानते हैं कि हमारे नियमों का उल्लंघन करने वाले समूहों और सदस्यों के विशेषाधिकारों और पहुंच को कम करना चाहिए."
उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही उल्लंघन अधिक होता है तो कंपनी की ओर से प्रतिबंध भी और अधिक गंभीर हो जाते हैं. इतना ही नहीं ऐसे ग्रुप्स को पूरी तरह से हटाने में भी कंपनी कोई गुरेज नहीं करेगी. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि और जब कोई गंभीर उल्लंघन का मामला सामने आएगा तो कंपनी ऐसे ग्रुप्स को पूरी तरह से हटा देगी.
फेसबुक ने कहा कि वह लोगों को इस संबंध में जानकारी देना भी शुरू करेगी और जब यूजर्स किसी ग्रुप में शामिल होना चाहेंगे तो इससे उन्हें यह निर्णय लेने में मदद मिलेगी कि उन्हें किस ग्रुप में शामिल होना चाहिए. इससे वह उल्लंघन करने वाले समूह से बच सकते हैं.
एलिसन ने कहा, "हम इन समूहों के लिए इनवाइट नोटिफिकेशन को सीमित करेंगे, ताकि लोगों के इनमें शामिल होने की संभावना कम रहे." मौजूदा सदस्यों के लिए, प्लेटफॉर्म उस समूह की सामग्री के वितरण को कम कर देगा, ताकि उसे न्यूज फीड में कम दिखाया जाए.
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सरल शब्दों में कहें तो कंपनी इन उपायों के साथ रेकमेन्डेशन के संबंध में ग्रुप्स को इतना मौका ही नहीं देगी कि वह आसानी से लोगों के बीच प्रसारित हो सके. इससे कंपनी के नियमों को तोड़ने वाले समूहों की खोज करना और उनसे जुड़े यूजर्स के लिए भी मुश्किल हो जाएगा.
एलिसन ने कहा, "जब किसी ने भी समूहों के साथ उल्लंघन को दोहराया तो हम उन्हें किसी भी समूह में कुछ समय के लिए पोस्ट या कमेंट करने में सक्षम होने से रोकेंगे." उन्होंने कहा, "वे दूसरों को किसी भी समूह में आमंत्रित करने में सक्षम नहीं होंगे और नए समूह नहीं बना पाएंगे."
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