ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क ने चैटजीपीटी के युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के लिए एक्सडॉटएआई नाम से एक नई कंपनी बनाई है।
शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी का मुख्ययालय टेक्सास के नेवादा में बनाया गया है और मस्क इसके एकमात्र सूचीबद्ध निदेशक हैं। मस्क के पारिवारिक कार्यालय के निदेशक जेरेड बिर्चेल को कंपनी का सचिव बनाया गया है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सडॉटएआई ने निजी कंपनी के लिए 10 करोड़ शेयरों की बिक्री को अधिकृत किया है।
मस्क एक ऐसी एआई कंपनी बनाना चाहते हैं जो चैटजीपीटी नामक सफल एआई चैटबॉट की निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट समर्थित ओपनएआई से मुकाबला कर सके।
विडंबना यह है कि मस्क ने ही आरंभ में ओपनएआई में 10 करोड़ डॉलर लगाए थे, लेकिन बाद में वह कंपनी से बाहर हो गए।
हाल के महीनों में चैटजीपीटी और जीपीटी-4 दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए हैं।
मार्च में, कई बड़े उद्यमियों और एआई अनुसंधानकर्ताओं, जिनमें मस्क और एप्पल के सह संस्थापक स्टीव वोज्नियाक शामिल हैं, ने एक खुला पत्र लिखकर सभी प्रयोगशालाओं को कम से कम छह महीने के लिए जीपीटी-4 से अधिक शक्तिशाली एआई सिस्टम के प्रशिक्षण को तुरंत रोकने का अनुरोध किया था।
यह ओपन लेटर ऐसे समय में लिखा गया था जब इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि मस्क ने 2018 की शुरुआत में ओपनएआई पर नियंत्रण करने की कोशिश की थी, लेकिन सैम ऑल्टमैन और ओपनएआई के अन्य संस्थापकों ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
सेमाफोर के अनुसार, प्रतिक्रिया स्वरूप मस्क कंपनी से बाहर हो गए और बड़े पैमाने पर डोनेशन की वादे से मुकर गए।
ट्विटर के सीईओ एक अरब डॉलर देने के वादे से मुकर गए, लेकिन कंपनी से हटने से पहले 10 करोड़ डॉलर का योगदान दिया।
ओपनएआई ने मार्च 2019 में घोषणा की कि वह एक मुनाफे के उद्देश्य से काम करने वाली इकाई बना रहा है ताकि अपने कर्मचारियों के भुगतान के लिए पर्याप्त धन जुटा सके।
इसके बाद छह महीने से भी कम समय में माइक्रोसॉफट ने ओपनएआई में एक अरब डॉलर का निवेश किया और उसके बाद जो हुआ वह ऐतिहासिक है।
ओपनएआई अंतिम वैल्युएशन 20 अरब डॉलर के करीब था और यह दुनिया की सबसे बड़ी एआई समर्थित कंपनी बन गई थी।
मस्क ने हाल के दिनों में कई बार ओपनएआई की अलोचना की है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS