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क्या कोरोना वैक्सीन लेने से प्लेटलेट्स में आती है गिरावट? नई स्टडी में हुआ यह खुलासा

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए वैक्सीन लगवाने वालों में कुछ साइड इफेक्ट्स सामने आ रहे हैं, इनमें से एक प्लेटलेट्स कम होना भी है

Updated on: 11 Jun 2021, 12:35 PM

highlights

  •  देश में तबाही मचा चुकी कोरोना वायरस की दूसरी लहर
  • राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में वैक्सीनेशन में तेजी ला दी 
  • वैक्सीन की वजह से लोगों में नजर आ रहे हैं कुछ साइड इफेक्ट्स

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस की दूसरी लहर (second wave of coronavirus) देश में तबाही मचा चुकी है. जबकि तीसरी लहर को लेकर डॉक्टर्स और वैज्ञानिक देश को आगाह कर चुके हैं. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में वैक्सीनेशन में तेजी ला दी है. कोरोना वैक्सीनेशन के अंतर्गत देश में हर रोज लाखों लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं. हालांकि वैक्सीन की वजह से लोगों में कुछ साइड इफेक्ट्स भी नजर आ रहे हैं, लेकिन ये न के बराबर ही हैं. इनमें से सबसे दुलर्भ साइड इफेक्ट इडियोपैथिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक परपूरा है. दरअसल, यह साइड इफेक्ट उन लोगों में अधिक देखने को मिल रहा है, जो ऑक्स्फोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवा रहे हैं.

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क्या है इडियोपैथिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक परपुरा?

दरअसल, इडियोपैथिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक परपूरा का मतलब बॉडी में प्लेटलेट्स की कमी आना है. हालांकि ऐसा केवल 10 लाख लोगों में से केवल 11 लोगों में ही हो रहा है. ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी वैक्सीन के लगने से लोगों में इस तरह की परेशानी देखने को मिल रही हो. इससे पहले फ्लू और एमएमआर की वैक्सीन के साथ भी होता आया है. रिसचर्स की मानें तो कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के कारण लोगों में प्लेटलेट्स के कम होने की आशंका बिल्कुल न के बराबर ही है. लेकिन अगर ऐसा हो रहा तो इसके पीछे कोरोना संक्रमण को जिम्मेदार माना जा सकता है. उन्होंने बताया कि फाइजरबायोएनटेक की वैक्सीन के साथ प्लेटलेट्स कम होने का कोई खतरा नहीं है। 

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प्लेटलेट्स संबंधी परेशानी होने की 10 लाख लोगों में से 13 को

विशेषज्ञों के अनुसार जिन लोगों ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाई है, उनमें आईटीपी के खतरे की आशंका बनी रहती है. जबकि कोरोना वायरस जनित बीमारियों में प्लेटलेट्स कम होने की आशंका ज्यादा रहती है. इस क्रम में द मेडिकल एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी एमएचआरए ने की ओर से पहले ही बता दिया गया था कि ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों में ब्लड क्लॉटिंग और प्लेटलेट्स संबंधी परेशानी होने की 10 लाख लोगों में से 13 को है. हालांकि ताजा स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया कि बॉडी में प्लेटलेट्स कम होना एक सामान्य प्रक्रिया है. स्टडी में बताया कि जिन लोगों में प्लेटलेट्स कम होने जैसे समस्या देखने को मिली है.