बिहार के गोपालगंज जिले में ऑक्सीजन का स्तर तेजी से गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। शवों को बिना कोविड की जांच कराए परिजनों को सौंप दिया गया है।
रविवार रात दोनों की मौत हो गई।
सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना कोविड की जांच किए शवों को उनके संबंधित परिवारों को सौंप दिया है।
मृतकों की पहचान फाथा गांव निवासी चंद्रमा शर्मा और मांझा प्रखंड के सुनवरिया गांव की नगमा खातून के रूप में हुई है।
सदर अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सनाउल मुस्तफा ने कहा, खातून को रविवार सुबह भर्ती कराया गया था और ऑक्सीजन सपोर्ट पर होने के बावजूद ऑक्सीजन का स्तर गिरने के बाद उन्होंने अस्पताल के बेड पर दम तोड़ दिया।
डॉ मुस्तफा ने कहा, चंद्रमा शर्मा के परिजन उन्हें एंबुलेंस में गोरखपुर ले गए। रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे ठीक से सांस नहीं ले पा रही थी। परिजन तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल गए, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
नगमा खातून के पति मोहर्रम अंसारी ने कहा, उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, इसलिए हमने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने मुझे बताया कि उसके फेफड़ों और गले में संक्रमण हो सकता है। वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर थी, लेकिन रविवार की देर रात उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने नियमित प्रक्रिया का पालन करने के बाद, कोविड परीक्षण किए बिना शव सौंप दिया। हमने कोविड परीक्षण पर जोर नहीं दिया क्योंकि इससे हमें उसे फिर से वापस लाने में मदद नहीं मिलती।
परिजन अंतिम संस्कार के लिए शवों को घर ले गए।
बिहार में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली जब गले और फेफड़ों में संक्रमण के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी।
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Source : IANS