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कोरोना को लेकर आई खुशखबरी, वैज्ञानिकों ने नई स्टडी के बाद दी Good News

कोरोना एंटीबॉडी को लेकर हुई नई स्टडी वाकई राहत देने वाली है क्योंकि इससे पहले हुई कई स्टडी में कहा जा रहा था कि कोरोना से रिकवर होने वाले व्यक्ति के शरीर में बनी एंटीबॉडी अधिकतम 2 महीने तक ही रहती है.

Updated on: 31 Dec 2020, 05:04 PM

नई दिल्ली:

दुनियाभर में कोरोना वायरस का तांडव लगातार जारी है. साल 2020 के आखिरी दिन अमेरिका से एक बेहद ही दर्दनाक खबर आई. अमेरिका में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से रिकॉर्ड 3900 लोगों की मौत हुई. बता दें कि विश्व के सबसे ताकतवर देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 2 करोड़ से भी ज्यादा हो चुकी है. इसी बीच कोरोना को लेकर एक अच्छी खबर भी आ रही है. कोरोना वायरस से रिकवर होने के बाद शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी को लेकर किए गए शोध में वैज्ञानिकों ने एक नया दावा किया है.

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कोरोना से रिकवर होने के बाद शरीर में मौजूद रहने वाले एंटीबॉडी को लेकर वैज्ञानिकों ने अभी हाल ही में एक नई स्टडी की थी. जिसमें मालूम चला कि यह संक्रमण मुक्त हो चुके व्यक्ति के शरीर में करीब 8 महीने तक रहता है. कोरोना एंटीबॉडी को लेकर हुई नई स्टडी वाकई राहत देने वाली है क्योंकि इससे पहले हुई कई स्टडी में कहा जा रहा था कि कोरोना से रिकवर होने वाले व्यक्ति के शरीर में बनी एंटीबॉडी अधिकतम 2 महीने तक ही रहती है.

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ऑस्ट्रेलिया के मोनाश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस स्टडी में 25 कोरोना मरीजों को ऑब्सर्व किया गया. वैज्ञानिकों ने इन सभी मरीजों के संक्रमित होने के चौथे दिन से लेकर 242वें दिन तक खून के कई सैंपल लिए और इस नई रिपोर्ट को पेश किया. साइंस इम्युनोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट ने दुनियाभर के करोड़ों लोगों को कोरोना से लड़ाई के बीच एक नई उम्मीद दी है. बता दें कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना वैक्सिनेशन भी शुरू हो चुका है.