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चीन के मंगल रोवर के वजन ने बनाया नया रिकॉर्ड, 2167 सेकेंड के उड़ान के बाद सफलता पूर्वक कक्षा में किया प्रवेश

हाईनान द्वीप स्थित चीन के वनछांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र में चीन ने लांग मार्च नंबर पांच रॉकेट द्वारा पहली बार थ्येनवन नंबर वान मंगल रोवर का प्रक्षेपण किया. 2167 सेकेंड के उड़ान के बाद उसने सफलता से निर्धारित कक्षा में प्रवेश किया, और अपना मंगल अन्

Updated on: 25 Jul 2020, 08:02 AM

नई दिल्ली:

हाईनान द्वीप स्थित चीन के वनछांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र में चीन ने लांग मार्च नंबर पांच रॉकेट द्वारा पहली बार थ्येनवन नंबर वान मंगल रोवर का प्रक्षेपण किया. 2167 सेकेंड के उड़ान के बाद उसने सफलता से निर्धारित कक्षा में प्रवेश किया, और अपना मंगल अन्वेषण मिशन शुरू किया. इस मिशन के संबंधित प्रधान के अनुसार भविष्य में अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में चीन ने क्षुद्रग्रह अन्वेषण, बृहस्पति प्रणाली और ग्रह पार आदि सिलसिलेवार मिशन व योजना बनायी है. 

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रोवर मंगल के दक्षिण यूटोपिया मैदान के निश्चित स्थल पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा

चीन के पहले मंगल अन्वेषण मिशन के प्रवक्ता, चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो के चंद्र अन्वेषण व अंतरिक्ष इंजीनियरिंग केंद्र के उपाध्यक्ष ल्यू थोंगचेए ने कहा कि थ्येनवन नंबर वान मंगल रोवर लगभग 6.5 महीने तक उड़ने के बाद मंगल पर पहुंचेगा. फिर लगभग 2.5 महीने तक चक्र उड़ान के बाद अनुमान है कि वर्ष 2021 के मई में रोवर मंगल के दक्षिण यूटोपिया मैदान के निश्चित स्थल पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. गौरतलब है कि इस बार प्रक्षेपित मंगल रोवर का वजन 5 टन से अधिक है. जो अभी तक चीन द्वारा प्रक्षेपित किया गया सब से भारी गहन अंतरिक्ष डिटेक्टर है. विश्व के दायरे में इस वजन वाला मंगल अन्वेषण रोवर भी दुर्लभ है.